ऊर्जा डेस्क के नाम से हर थाने में एक सेल काम करता है... इस सेल माध्यम से महिलाओं की मदद की जाती है और महिलाओं के हक में कार्य किया जाता है... महसूस हुआ कि पुलिस का एक विंग इस तरह भी काम कर सकता है... रोचक जानकारियां और आश्चर्यजनक घटनाओं के बारे में पता चला....ऊर्जा डेस्क- थाना खजराना प्रभारी एस आई आर.बी. वट्टी* से मुलाकात हुई...उनके अनुसार यह सेल महिलाओं को मदद करने के उद्देश्य से बनाया गया है... इस सेल के माध्यम से उन सभी पीड़ित महिलाओं को मदद की जाती है जो घरेलू हिंसा आदि से पीड़ित होती है, पारिवारिक वातावरण एवं अन्य कारणों से भी कई बार महिलाएं पीड़ित होती है, जब पीड़िता के द्वारा हमें शिकायत की जाती है तो हमारे द्वारा उनको मदद के तौर पर जाकर जानकारी ली जाती है और फिर उचित कार्यवाही की जाती है l
महिलाओं को कैसे मदद ....!
एक पीड़ित महिला के द्वारा जब इस तरह की उसके ऊपर हिंसा की शिकायत वह करती है, तब हमारे द्वारा उसके पति को बुलाकर समझाया जाता है, पीड़िता के सास ससुर को भी बुलाते हैं, उनको भी समझाते हैं, अधिक बड़ा विवाद होता है तो फिर उनको अलग रहने के लिए भी हम सलाह देते हैं पति के द्वारा अपने माता-पिता की समस्या को बताया जाता है तो हम उन को समझाते हैं कि माता-पिता को भी देखो पत्नी को भी देखो दोनों तुम्हारी जिम्मेदारी है दोनों को समझना जरूरी है, हमारी सलाह पर कई बार वह कुछ दिनों के लिएअलग रहने को तैयार हो जाते हैं बाद में वे पत्नियों को छोड़ जाते हैं तो फिर हम उन पर कैसे बनवाते हैं न्यायिक प्रक्रिया पूरी करते हैं, जब महिलाएं अकेली हो जाती हैं तो उनको हम वन स्टॉप सेंटर भेजते हैं अकेली महिला को जीवन ज्योति सेंटर में भी हम भेजते हैं इनसे प्रभावित अनाथ बच्चों को चाइल्ड लाइन में भेजा जाकर उनको सुरक्षित किया जाता है, हमारा प्रयास होता है कि महिलाओं को हम सहयोग कर सकें l
संवेदनशील क्षेत्र में पीड़िता के साथ समस्या.. इस तरह के विषय में कोई बड़ा मामला ....
हम जिस क्षेत्र में पदस्थ हैं वह एक बड़ा संवेदनशील क्षेत्र है और यहां पर तलाक तलाक तलाक कहने के साथ ही पत्नी को पीड़ित किया है, पीड़िता की शिकायत पर अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हैं मुस्लिम विभाग संरक्षण अधिनियम उन्नीस तलाक के मामले अब कम आ रहे हैं l
क्योंकि यह महिलाओं के पीड़ित का विषय होता है वह परेशान होकर हमारे पास आती है, कुछ गंदे प्रकार के भी अपराध होते हैं ऐसे एक-दो प्रकरण की जानकारी है कि जिसमें एक पिता ने अपनी बच्ची को प्रेग्नेंट कर दिया, ऐसी घटना बहुत शर्मनाक घटना है नशा पत्ता में भी कई घटनाएं घटी हैं, कई अपराधों में घटनाओं में हमने अपराधियों को सजा भी दिलवाई है l
बच्ची घर छोड़ कर भाग जाती है इसके पीछे क्या कारण
पारिवारिक वातावरण जहां माता-पिता में झगड़े होते हैं शराब खोरी होती हो वहां की बच्चियां ज्यादातर घर छोड़कर भाग जाती है, हर किसी के बहकावे में आ जाती हैं और घर छोड़कर कम उम्र में चली जाती है, फिर जब मिल जाती है उन को ट्रेस किया जाता है उन्हें समझाने की कोशिश की जाती है, लड़कियों को हम जीवन ज्योति केंद्र पर भेजते हैं वहां पर जीवन ज्योति केंद्र में सुधार करने का प्रयास करती हैं, लड़कियां सुधर जाती हैं उनमें से कई लड़कियां तो वहीं रहने में अपना भला समझती है वहां से जाना ही नहीं चाहती हैं, कुछ वहां से भाग भी जाती है l
क्या महिलाएं भी अपराध में शामिल होती है...
हां हो जाती हैं मेरा ऐसा मानना है कि अशिक्षा इसमें सबसे बड़ा कारण होती है... कई बार महिलाएं छोटे बच्चों को चुरा ले जाती हैं... उनको लेकर चौराहों पर भीख मांगती है या उन बच्चों से भी वह भीख मगाती है ऐसी औरतों को पकड़ा जाता है, बच्चे की गुमशुदगी की शिकायत पर, बच्चों की पहचान के आधार पर स्थानीय निवासियों के सहयोग से इस तरह केअपराध करने वाली महिलाओं को पकड़ा जाता है, बच्चों को सुरक्षित किया जाता है और औरतों को जेल भेजा जाता है l
कुछ ऐसा अपराध जिसकी विशेष जानकारी हो..!
जी हां एक घटना मुझे याद है जिसमें एक मूक-बधिर बच्ची के साथ किसी ने बलात्कार किया मजबूरी है कि वह किसी को बता भी नहीं सकती पहचान भी नहीं सकती, लेकिन काउंसलिंग मुखबिर केंद्र में मोनिका मैडम और ज्ञानेंद्र पुरोहित जी ने उसे काउंसलिंग किया, बच्ची से काउंसलिंग के माध्यम से अदालत मै उसका बयान करवाया, अपराधी की पहचान हुई और वह अपराधी आज जेल में है ल इसे अमानवीय कृत्य के लिए ऐसे अपराधियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए l
कोई अमानवीय कृत्य वाला अपराध... जिसमें इंसानियत शर्मसार हुई हो?
बहुत है पर एक का उल्लेख करना चाहती हूँ, सयजाद नाम का अपराधी था जिसने अपनी ही मूक वघिर बेटी के साथ शारीरिक संबंध बनाएं... शोषण किया, माँ ने घृणित कार्य को करते हुए देखा, हिम्मत करके शिकायत की तो अपराधी को जेल हुई।
मेरा सभी से यही कहना है सतर्क है और सजग रहें इसी से बच्चे बच्चियां सुरक्षित रहें परिवार और महिलाएं शोषण से बची रहें यही मेरी अपील है।