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एमपी  में ऐसे कैसे रुकेगा ओमिक्रॉन ... ? दो माह में 259 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे, रिपोर्ट सिर्फ 27 की मिली

  • 27 Dec 2021

भोपाल। प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की एंट्री हो गई है। इंदौर में विदेश से लौटे 9 लोगों में नया वैरिएंट मिला है। इसके बावजूद प्रदेश और केंद्र सरकार जीनोम सिक्वेंसिंग को लेकर गंभीर नहीं है।
प्रदेश के चार बड़े शहरों से ही पिछले दो महीने में 232 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग हैं। यहां से 259 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से 27 की रिपोर्ट ही मिली है, जिसमें 9 में ओमिक्रॉन मिला है। ऐसे में सवाल है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण को सरकार कैसे रोकेंगी। इस मामले में एक्सपर्ट का कहना है कि लैब में सैंपल ज्यादा होने से पेंडेंसी हो सकती है। इससे फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि कोरोना संक्रमित के सभी वैरिएंट के लिए आइसोलेशन और इलाज की एक ही तय गाइडलाइन है। संक्रमित होने पर प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खुद को आइसोलेट कर लें।
प्रदेश के चार शहर इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर से नवंबर और दिसंबर माह में अब तक 259 सैंपल जीनोम सिक्वैसिंग के लिए भेजे गए हैं। इसमें इंदौर से 170, भोपाल से 64, जबलपुर से 17 और ग्वालियर से 8 सैंपल दिल्ली जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से सिर्फ इंदौर में विदेश से आए एक हजार लोगों की जांच में से मिले 26 पॉजिटिव की जीनोम सिक्वैसिंग की रिपोर्ट मिली है। इसमें 8 में नया वैरिएंट ओमिक्रॉन मिला है। वहीं, अभी भी 244 रिपोर्ट पेंडिंग है। यह हालात तब हैं, जबकि ओमिक्रॉन दूसरे वैरिएंट डेल्टा से 5 गुना ज्यादा संक्रामक है। हालांकि एक्सपर्ट इसे ज्यादा गंभीर नहीं होने की बात कह रहे हैं।
जनवरी तक मिल जाएगी जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन
चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जांच में लेटलतीफी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोई भी कोरोना केस आएं तो उसमें 5 प्रतिशत को जीनोम सिक्वैसिंग के लिए भेजें। हम सभी पॉजिटिव की जीनोम सिक्वैसिंग के लिए भेज रहे हैं। मेरी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात हुई है। उम्मीद है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक हमें जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हम सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। प्रदेश में जिनकी भी जीनोम सिक्वेसिंग के लिए सैंपल भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट जैसे-जैसे आ रही है, उसकी जानकारी दी जा रही है।
विदेशों से आ रहा कोरोना, दो दिन में सात पॉजिटिव
उधर, उज्जैन में कोरोना विदेश से आने वालों में ज्यादा नजर आ रहा है। दो दिनों में सात मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इनमें से पांच अन्य देशों से उज्जैन आए हैं। रविवार को इंग्लैंड से लौटे मां-बेटे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जबकि महिला के पति की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि दोनों मां-बेटे को कोरोना का कोई लक्षण नहीं है। वे मुंबई होते हुए उज्जैन आए हैं। मां की उम्र 38 और बेटा 11 साल का है। वे दोनों सेठीनगर में रहते हैं। दोनों को ही प्रारंभिक तौर पर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इसके साथ ही उज्जैन में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। इनमें से 4 को होम आइसोलेट किया गया है। जबकि शेष 16 मरीजों का उपचार माधवनगर डिस्पेंसरी में किया जा रहा है। रविवार को 834 संदिग्धों का कोविड टेस्ट किया गया। शनिवार को शारजाह के दो युवक और सिंगापुर से एक युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन्हें भी माधवनगर अस्पताल में भर्ती किया गया है। जबकि शनिवार को दो अन्य कोविड पॉजिटिव युवक मुंबई से लौटे थे।