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इंदौर

ऑनलाइन फ्रॉड- लाखों की ठगी, साइबर ठगोरों ने 28 लोगों को बनाया शिकार, पुलिस ने एक ही एफआइआर में लिखी

  • 23 Dec 2021

इंदौर। ऑनलाइन फ्रॉड में साइबर ठगोरों ने करीब 26 लोगों को अपना शिकार बनाते हुए लाखों रुपए की ठगी कर दी। एक साथ इतने लोगों से ठगी के बाद भी पुलिस ने एक ही एफआईआर दर्ज की है।
दरअसल मामला भंवरकुआ थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने मुकेश मांगीलाल पेरुलिया निवासी गणेशनगर की रिपोर्ट पर अज्ञात केखिलाफ लोन दिलाने के नाम पर अस्सी  हजार रुपए ठगने का मामला दर्ज किया है। आरोपी का मोबाइल नंबर 7900934457 और 9893356237 आया है। इसी नंबर से धोखाधड़ी करने की शिकायत बबीता पति गौरव अग्रवाल ने की थी, उसके साथ छह हजार रुपए की, अराधना पिता सुरेन्द्र गुर्जर निवासी अहिल्यापुरी कालोनी के साथ बीस हजार की, बाबू बालाराम यादव दुर्गानगर, रंजन श्रीकांत प्रधान निवासी हर्षदीप अपार्टमेंट इंद्रपुरी कालोनी से 72 हजार 940, आशीष नागर निवासी पिपल्याराव से 12500 रुपए, संगीता पति अरुण पाल नि. श्रीरामनगर से 16 हजार की, जितेन्द्र मुजाल्दे से 6730 रुपए, निलेश सिसौदिया निवासी पालदा से 35990 रुपए की, योगेश हरिकिशन सूर्यवंशी से 44300 रुपए, सोमेश चौहान निवासी चितावद के साथ 18 हजार, भगवतीप्रसाद जोशी निवासी गणेशनगर के साथ 2 लाख 9 हजार रुपए की, कमल पिता भीमसिंह के साथ 50 हजार रुपए की, तरणजीतसिंह सेनी निवासी विष्णुपुरी एनएक्स के साथ 7600 रुपए की, अरुण कुमरे निवासी आनंदनगर के साथ 1836 रुपए की, अंजली कुशवाह के साथ 83 हजार 460 रुपए की, पुखराज धर्मराज गोलाने के साथ 29 हजार 999 रुपए की, इसके अलावा भी कई अन्य लोगों से ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई है।
बाहरी गिरोह पर शंका
बतायाजाता है कि अलग-अलग मोबाइल नंबरों का उपयोग कर फरियादियों से धोखाधड़ी की गई है। शंका है कि धोखाधड़ी में प्रदेश के बाहर के कई गिरोह शामिल हैं, जिन्होंने मोबाइल की सिम इंदौर के दस्तावेजों से ली और लोगों को फोन किए। इस कारण लोगों ने उन पर भरोसा कर लिया। बाद में मोबाइल बंद कर दिया। पुलिस जांच में पता चलाकि जिनके नाम से सिम थी, उन्हें भी धोखाधड़ी की जानकारी नहीं थी। मुलजिमों के पकड़ाने पर धाराएं बढ़ाई जाएंगी, फिलहाल केवल धारा 420 का केस दर्ज हुआ है।
धोखाधड़ी के आरोपी को जेल भेजा
तेजाजी नगर पुलिस ने संतोष देवकांत कंपनी के डायरेक्टर सुनील पिता ताराचंद मंदवानी को रिमांड खत्म होने पर कल कोर्ट में पेश किया था। उस पर फरियादी योगेश अग्रवाल के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है। बताते हैं कि मंदवानी ने अग्रवाल का पैसा लौटा दिया और दोनों में समझौता हो गया। वकीलों की हड़ताल के कारण मंदवानी की जमानत नहीं हो पाई और कोर्ट ने जेल भेज दिया।