Highlights

भोपाल

ओडिशा में वनकर्मियों को गोली चलाने के अधिकार

  • 08 Jul 2023

 मध्य प्रदेश भी तैयारी में
भोपाल। बुरहानपुर में संगठित भू-माफिया, विदिशा जिले के लटेरी और सतना में लकड़ी चोर और पन्ना एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के आसपास शिकारियों की सक्रियता को देखते हुए मध्य प्रदेश में एक बार फिर वनकर्मियों को बंदूक चलाने के अधिकार देने की मांग उठने लगी है।
इसे इस बात से भी जोर मिला है कि ओडिशा के सिमिलीपाल टाइगर रिजर्व में एक माह में दो वनकर्मियों की हत्या के बाद ओडिशा सरकार ने वनकर्मियों को गोली चलाने के अधिकार दे दिए हैं।
यह भी कहा है कि गोली चालन के किसी भी मामले में मजिस्ट्रियल जांच से पहले वनकर्मियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज न किया जाए। इस पर वन मुख्यालय गंभीरता से विचार कर रहा है। मध्य प्रदेश में 20 साल से वनकर्मियों को पुलिस के समान गोली चलाने के अधिकार देने की मांग उठ रही है। वन विभाग पांच बार राज्य शासन को प्रस्ताव भेज चुका है। जिसमें यह तक कहा जा चुका है कि डंडे के सहारे जंगलों और वन्यप्राणियों की सुरक्षा नहीं की जा सकती है।
अगस्त 2022 में विदिशा के लटेरी में लकड़ी चोरों के पथराव से बचने के लिए वनकर्मी द्वारा चलाई गई गोली से जनजातीय युवक की मौत के बाद हंगामा हो गया था। जिस युवक की मौत हुई, उस पर पहले से लकड़ी चोरी के कई मामले दर्ज थे पर वनकर्मी और उसके अन्य साथियों पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
भोपाल के बैरसिया, चंबल संभाग, बुरहानपुर में भी वनकर्मियों से लकड़ी चोर और शिकारियों ने मारपीट की। उज्जैन में तो गोली मारकर वनकर्मी की हत्या कर दी गई थी।