भोपाल। मध्यप्रदेश की पड़ोसी राज्यों मे कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट की दस्तक के बाद प्रदेश में भी खतरा बढ़ा है, लेकिन शहर के दो बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया और जेपी में बच्चों के इलाज की सुविधा नहीं है। 30 सितंबर के पहले हमीदिया अस्पताल में 80 बिस्तर का और जेपी अस्पताल में 18 बिस्तर का बच्चों के लिए आइसीयू तैयार किया जाना था, लेकिन अभी तक दोनों अस्पतालों में आइसीयू शुरू होने की स्थिति में नहीं पहुंचे हैं। हमीदिया अस्पताल में तो नया भवन ही अस्?पताल प्रबंधन को हैंडओवर नहीं हो पाया है।
जेपी अस्पताल में बुधवार को भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दौरा किया। इस दौरान अस्पताल के अधीक्षक डॉ राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसी हफ्ते वार्ड शुरू कर दिया जाएगा। यहां पर सब व्यवस्था कर ली गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी इसका शुभारंभ करेंगे।
इसके अलावा कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा द्वारा दी गई 20 लाख रुपए की राशि से छह बिस्तर का अलग आइसीयू तैयार किया गया है। इसका लोकार्पण पीसी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह करेंगे। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है, इसलिए फिलहाल यहां पर बच्चों के लिए ही व्यवस्था की गई है। बच्चों के वेंटिलेटर रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना की तीसरी लहर नहीं आई तो इस आइसीयू का उपयोग सामान्य मरीजों के लिए किया जा सकेगा। अस्पताल की पहली मंजिल पर मेडिकल वार्ड दो की जगह यह आइसीयू बनाया गया है।
भोपाल
ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा बढ़ा, लेकिन अब तक शुरू नहीं हो पाया बच्चों का आइसीयू वार्ड
- 09 Dec 2021