छिंदवाड़ा। पूर्व वनमंडल के चौरई क्षेत्र के ग्राम हरदुआ में गुरुवार की सुबह खेत में बने 20 फिट गहरे कुएं में बाघ गिरने की सूचना के बाद वन अमला हरकत में आया था। सूचना के बाद पेंच पार्क की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। तकरीबन 08 घंटों की मशक्कत के बाद बाघ का रेस्क्यू कर उसे बाहर निकाला गया। रात होने से पहले शाम 6 बजे रेस्क्यू आपरेशन खत्म कर लिया गया। जब बाघ को ट्रेंकुलाइज नहीं किया जा सका तो वन अमले ने क्रेन की मदद से पिंजरा कुएं में डालने की योजना बनाई, जो कारगर साबित हुई।
क्रेन की मदद से पिंजरे को कुएं के अंदर डाला गया तथा कुछ देर में बाघ पिंजरे के अंदर जैसे ही गया तो पिंजरे का गेट बंद कर दिया गया। क्रेन की मदद से पिंजरे को बाहर निकाला गया। मामला जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर पेंच टाइगर रिजर्व से लगे चौरई रेंज के हरदुआ गांव का है। डेढ़ साल का एक बाघ कुएं में गिर गया था। सुबह करीब 10 बजे ग्रामीणों ने दहाड़ सुनी तो जानकारी लगी कि कुएं में बाघ गिर गया है जिसके बाद वन अमले को सूचना दी गई थी। बाघ कई घंटे कुएं में बने मोटर के एंगल पर बैठा हुआ था तथा जब कोई कुएं में झांकता तो उसकी दहाड़ सुनाई देती थी। ग्रामीणों के अनुसार रेस्क्यू के दौरान बाघ की दहाड़ समीप के गांवों तक सुनाई दे रही थी। करीब साढ़े 6 बजे बाघ को कुएं से बाहर निकाला गया जिसके बाद वन अमले ने राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि पूर्व वनमंडल के चौरई क्षेत्र जो कि पेंच पार्क की सीमा से लगा हुआ है वहां पर जंगली जानवरों की चहलकदमी हमेशा देखी जाती है। चौरई क्षेत्र के जंगलों में बाघ की लोकेशन हमेशा मिलती है, जो पार्क सीमा से बाहर आते है। ग्राम हरदुआ पेंच पार्क के बफर जोन से लगा हुआ गांव है, जहां बाघ की घुसपैठ हो गई। गुरुवार सुबह ग्रामीणों को कुएं में बाघ के गिरने की सूचना लगी तो लोगों का पहुंचना वहां शुरु हो गया। वन अमले की सूचना के बाद चौरई पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। चौरई टीआइ शशि विश्वकर्मा ने बताया कि कुएं में बाघ को देखने लोगों का हुजूम लगने लगा था जिसके चलते पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्?थिति को संभालना पड़ा था।
राज्य
कुएं में गिरा बाघ, वन विभाग की टीम ने क्रेन की मदद से पिंजरा डालकर किया रेस्क्यू
- 26 Aug 2022