भोपाल। चुनावी साल में जहां भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति तय कर इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस भी अब कोई मौका नहीं छोडऩा चाहती है। लेकिन वर्तमान कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर घमासान मचा हुआ है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के बयान के बाद कांग्रेस के भीतर और बाहर की राजनीति गर्मा गई है। सीनियर कांग्रेस लीडर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी अरुण यादव के समर्थन में उतर आए हैं। अरुण यादव के बाद उन्होंने भी कहा कि सीएम का फेस तय करने की एक प्रक्रिया है। इसे विधायक दल चुनता है। इधर, सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस और कमलनाथ पर तंज कसा है। हालांकि, खुद कमलनाथ का कहना है कि वो किसी पद की खोज में नहीं हैं, बल्कि वह तो मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं।
कमलनाथ को भावी सीएम बताने पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने साफ कहा कि ये निर्णय तो दिल्ली से होता है। इसकी एक प्रक्रिया है। अरुण यादव को समर्थन में आए अजय सिंह ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वे अपने आपको भावी विधायक देखते हैं।
कांग्रेस में सीएम के चेहरे को लेकर अरुण यादव के तेवर और उन्हें अजय सिंह का साथ मिलने के बाद एक बार फिर कांग्रेस में गुटबाजी को हवा मिली है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अरुण यादव की कमलनाथ के साथ पटरी नहीं बैठ रही है? क्या अजय सिंह जैसे नेता कमलनाथ से नाराज हैं? इन तमाम सवालों के जवाब खोजने से पहले जान लेते है कांग्रेस में सीएम के चेहरे के मुद्दे पर किसने क्या कहा ?
मुख्यमंत्री कौन होगा यह निर्णय दिल्ली से होगा
मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताने पर कहा कि इसका फैसला मध्यप्रदेश से नहीं, बल्कि दिल्ली से होता है। इसकी बाकायदा एक प्रक्रिया है। मध्यप्रदेश में कोई चेहरा नहीं है। कमलनाथ जी हमारे अध्यक्ष हैं। सर्वमान्य अध्यक्ष हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। हम सब उनके नेतृत्व में काम करते हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, कब बनेगा, कैसे बनेगा, ये चुनाव के बाद तय होता है। नंबर्स आएंगे, विधानसभा मेंबर्स की मीटिंग होती है। एक सिस्टम है, विधायक दल की बैठक होती है। उसमें चयन होता है। हाईकमान, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खडग़े जी हैं। सोनिया जी हैं, राहुल जी हैं, प्रियंका जी हैं, वरिष्ठ नेता और भी हैं जो दिल्ली में बैठे हैं। राय-मशविरा करेंगे, जिसे मेंडेट मिलेगा वो मुख्यमंत्री होगा। मुख्यमंत्री चयन करने की प्रक्रिया दिल्ली से होती है। मध्यप्रदेश में तो नहीं होती।
विधायक दल चुनता है मुख्यमंत्री
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी अरुण यादव के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने कहा- ये कोई नई बात नहीं है। जब भी चुनाव हुए हैं, कांग्रेस की परंपरा रही है कि विधायक दल ही नेता चुनता है। अब कोई अपने आप को, इस तरह से कहता भी नहीं है कि मैं भावी मुख्यमंत्री हूं। मैं तो यही कह सकता हूं अपने लिए कि मैं भावी विधायक बनना चाहता हूं, बाकी और कुछ नहीं।
मैं किसी पद की खोज में नहीं हूं-कमलनाथ
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की तरफ से सीएम का चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर कहा कि मैं किसी चेहरे या पद की खोज में नहीं हूं। ये मैंने पहले भी कहा है। मैंने बहुत कुछ अपने जीवन में प्राप्त कर लिया। अब मैं मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखना चाहता हूं।
हम सभी कमलनाथ की लीडरशिप में काम कर रहे
मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में भावी सीएम के चेहरे के सवाल पर कहा कि वे सीएम पद की रेस में नहीं हैं। जीतू पटवारी ने ये जरूर कहा कि हम सभी एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ की लीडरशिप में काम कर रहे हैं।
भोपाल
कांग्रेस में सीएम पद के चेहरे को लेकर असमंजस, यादव के बयान के बाद गर्माई राजनीति
- 07 Feb 2023