भोपाल। राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर के 4 महीने बाद गुरुवार से 50 फीसदी क्षमता के साथ कोचिंग खुले। लेकिन, सिर्फ चुनिंदा कोचिंग में ही छात्र-छात्राएं पहुंचे। वो भी सिर्फ पूछताछ करने के लिए। ज्यादातर कोचिंग में पहले दिन सिर्फ साफ-सफाई काम चलता रहा। 50 फीसदी स्टाफ अपने दफ्तरों में पहुंचा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अब 15 अगस्त के बाद ही कोचिंग में बच्चों की वापसी शुरू होगी। सरकार ने भले ही कोचिंग को अनलॉक कर दिया है, लेकिन अभी भी बड़ी चुनौती हॉस्टल लॉक होने की है।
कोचिंग संचालकों ने बताया कि कोविड के चक्कर में बाहरी जिलों और राज्य के बाहर से आने वाले 2.50 लाख से लेकर 3 लाख छात्रों ने एडमिशन वापस ले लिए हैं। लोकल के करीब 1 लाख छात्राओं के आने की उम्मीद है, लेकिन इसमें अभी समय लगेगा। सबसे बड़ी चुनौती ये है कि जो छात्र बाहर से यहां पर पढऩे के लिए आएंगे, उनके रहने का कोई इंतजाम नहीं है। इसलिए बाहर से यहां पर छात्र आने से कतरा रहे हैं। हालांकि उम्मीद है कि सरकार जल्दी इस पर भी फैसला लेगी। संचालकों ने बताया कि पूरे स्टॉफ का वैक्सीनेशन लगभग हो चुका है। जिनका नहीं हुआ है, कराया जा रहा है। कोविड गाइडलाइन के तहत कोचिंग को संचालित किया जा सके। इसके लिए एक बैंच छोड़कर बच्चों को बैठाया जाएगा। गौरतलब है कि बुधवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया ने 50त्न क्षमता के साथ कोचिंग खोलने की अनुमति दी है। नए आदेश के बाद गुरुवार से कोचिंग संचालकों ने कोचिंग ओपन कर दी।
15 के बाद नए बैच हो जाएंगे तैयार
कोचिंग संचालकों ने बताया कि 15 अगस्त के बाद नए बैच तैयार हो जाएंगे। इसमें सीमित संख्या में बच्चों को बुलाया जाएगा। अलग-अलग शिफ्ट में क्लासे लगेंगी, ताकि एक समय में बहुत ज्यादा छात्र-छात्राएं नहीं होंगे। एंट्री के समय बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। कोचिंग आने के लिए बच्चों को अभिभावकों की अनुमति लेना होगी।
भोपाल
कोचिंग अनलॉक-2.50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने कोचिंग से एडमिशन कैंसिल कराया
- 13 Aug 2021