नई दिल्ली। दिल्ली के कंझावला इलाके में नए साल की देर रात 20 वर्षीय युवती अंजलि सिंह की स्कूटी को कार ने टक्कर मारकर 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने के मामले में नया खुलासा है। दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस व्यक्ति पर अंजलि सिंह को घसीटकर ले जाने वाली कार चलाने का आरोप है, हादसे के समय कार के अंदर नहीं था।
पुलिस ने कहा कि आरोपी दीपक खन्ना को उसके चचेरे भाई और दोस्तों ने पुलिस को यह बताने के लिए कहा था कि वह उस समय उनके साथ था, क्योंकि वह ड्राइविंग लाइसेंस वाला एकमात्र व्यक्ति है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि दीपक की उस समय की फोन लोकेशन मामले के अन्य चार आरोपियों से मेल नहीं खा रही। पुलिस ने कहा कि उसकी फोन लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह पूरे दिन घर पर था। 26 वर्षीय दीपक ग्रामीण सेवा चालक है और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक है।
स्पेशल कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि एफआईआर में नामजद 5 लोगों में से एक अमित खन्ना कथित तौर पर कार चला रहा था। हुड्डा ने कहा कि इस बात को साबित करने के लिए उनके पास साइंटिफिक सबूत हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हादसे के बाद अमित ने अपने भाई अंकुश खन्ना को इस बारे में बताया। फिर अंकुश ने घटना का आरोप अपने सिर लेने के लिए उनसे दीपक (उनके चचेरे भाई) से संपर्क करने को कहा, जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस है। हम अंकुश और आशुतोष नाम के एक अन्य व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान, आरोपी ने विरोधाभासी बयान दिए। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन यह साफ नहीं हो पाया कि गाड़ी कौन चला रहा था। जांच के दौरान हमने पाया है कि उस रात दीपक की फोन लोकेशन उसके घर की थी। लगातार पूछताछ के दौरान, दीपक टूट गया और कबूल कर लिया। कार में सवार लोगों पर गैर इरादतन हत्या, तेज गति से वाहन चलाने और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
दिल्ली
कंझावला केस - बिना DL कार चलाने वाले अमित को बचाने का था प्लान, लेकिन खुल गई पोल
- 06 Jan 2023