'आदिपुरुष' सहित भारतीय फिल्मों के काठमांडू में बैन को अब नेपाल सरकार ने भी गलत बताया है। दरअसल आदिपुरुष फिल्म में सीता को भारत की बेटी बताने पर नेपाल की राजधानी काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने आपत्ति जताई। कई जगह फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ। जिसके बाद काठमांडू के सिनेमाघरों में फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई। अब पहली बार नेपाल सरकार ने 'आदिपुरुष' पर चल रहे विवाद को लेकर आधिकारिक बयान दिया है। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि फिल्म से विवादित डायलॉग हटने और सेंसरबोर्ड से अनुमति मिलने के बाद भी स्क्रीनिंग पर रोक चिंताजनक।
सहायक प्रवक्ता विशाल सपकोटा के जारी किए गए बयान में कहा गया है कि जानकी राष्ट्रीय आइकन हैं। 31 मई को फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान एक डायलॉग हटाने के लिए कहा गया था। डायलॉग में उन्हें भारतीय बेटी के रूप में बताया गया और उसके बाद इसे सेंसर बोर्ड का सर्टिफिकेट दिया गया और सार्वजनिक स्क्रीनिंग की अनुमति दी गई।
'आदिपुरुष' विवाद के बाद काठमांडू में भारतीय फिल्मों को बैन करने के लिए खिलाफ सरकार ने बयान जारी किया। सेंसर बोर्ड ने ओम राउत की फिल्म 'आदिपुरुष' के डायलॉग को हटा दिया और स्क्रीनिंग की अनुमति दे दी लेकिन काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने घोषणा की थी कि वह काठमांडू के थियेटर में रिलीज को तब तक रोंकेंगे जब तक कि भारत में भी ऐसा रिलीज नहीं किया जाता।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
मनोरंजन
काठमांडू में भारतीय फिल्मों के बैन को नेपाल सरकार ने बताया गलत
- 19 Jun 2023