इंदौर। कांडला कच्छ गुजरात से गोरखपुर उत्तरप्रदेश पाइप लाइन मध्यप्रदेश के इंदौर उज्जैन से होकर निकाली जा रही है। किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा भी दिया जा रहा है क्योंकि लाइन खेतों में से होकर गुजर रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी लंबी यह पाइप लाइन इंदौर के देवास नाका के पास लसूडिय़ा परमार डकाच्या गांव के पास से होकर निकाली जा रही है। कल दोपहर लसूडिया परमार गांव में योजना से जुड़े अफसरों की टीम पहुंची। उन्होंने किसानों को बुलाकर चेक दिए। किसान ईश्वरसिंह, हरिसिंह को सोलह लाख रूपए, सुरेंद्र सिंह उमरावसिंह को 11 लाख, अजीतसिंह को 12 लाख, राजेंद्र सिंह 6 लाख, पूरन सिंह को 8 लाख, कमलसिंह को 10 लाख, कालू नट को पांच लाख, ईश्वर पटेल को मात्र दस हजार रू. मुआवजा दिया।
किसानों का कहना था कि उनकी जमीन प्रति वर्गफुट के हिसाब से सोने जैसी लाखों नहीं करोड़ों की कीमत रखती है लेकिन मुआवजा जमीन की कीमत के अनुपात में नहीं मिला। करोड़ों की जमीन का मुआवजा लाखों में देने का किसानों ने पेट्रोलियम गैस कंपनी से लेकर प्रशासन तक विरोध किया लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
गैस कंपनी ने तीन साल के औसत के मूल्य पर मुआवजा दिया जा रहा है। सांवेर के मुरादपुरा, मावलाखेडी, सोलसिंदा, तोडी, खाकरोड, रामपीपल्या, लसूडिया परमार, राऊखेडी, डकाच्या, पलासिया, मण्डलावदा, मुंडला, जैतपुरा, हुसैन, बामण पीपल्या सहित कई गांवों से होकर यह गैस पाइप लाइन गुजरेगी। गैस कंपनी इंडियान आइल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम कापोर्रेशन की इसमें भागीदारी है। गैस सप्लाय कोयली, बीना रिफायनरी, कांडला दीपाबाग से आयात होगी। यह मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात के बाइस बाटलिंग प्लांट को गैस देगी। साढे आठ मिलियन टन की सालाना क्षमता वाली इस पाइप लाइन से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। तीनों प्रदेश की 34 करोड़ आबादी को इस गैस लाइन का फायदा मिलेगा। राऊखेडी इंदौर में सबसे बड़ा गैस प्लांट एचपीसीएल (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कापोर्रेशन लिमिटेड) का है। उसे भी इस लाइन से जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की इस सबसे बड़ी गैस पाइप लाइन का भूमि पूजन कर शुरूआत की थी।
इंदौर
कांडला गोरखपुर एलपीजी गैस पाइप लाइन इंदौर उज्जैन से निकलेगी
- 30 Apr 2022