सेक्स रेशियो की स्थिति को लेकर भारत में हमेशा ही चिंता बनी रहती है और इस दौरान भी देश में जन्म के समय सेक्स रेशियो की स्थिति में कुछ ज्यादा परिवर्तन देखने को नहीं मिला है। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक ऐसे कई राज्य जहां पहले लिंगानुपात में कमी थी वहां अब साकारात्मक सकेंत देखने को मिल रहे है। टीओआई में छपी खबर के अनुसार, भारत के केवल 6 राज्य ऐसे है जहां लिंगानुपात 952 से अधिक हैं। इन 6 में 3 राज्य पूर्वोत्तर में आते हैं।
यह है 6 राज्य का लिंगानुपात!
अरुणाचल प्रदेश का लिंगानुपात- 1024, साल 2017 में था 1047,
नगालैंड में लिंगानुपात 1001, मिजोरम में 975,
केरल 2019 में लिंगानुपात 960 पाया गया, 2017 में था 965 सेक्स रेशियो,
तेलंगाना 953 और उत्तराखंड 960
लिंग के आधार पर
गर्भपात की संख्या में पंजाब और चंडीगढ़ में सुधार देखने को मिला है। इसके अलावा ओडिशा का रफइ 930 से बढ़कर 947 हो गया है। वहीं बात करें दिल्ली की तो 2019 का डेटा न उपलब्ध होने के कारण साल 2017-18 के बीच का ही लिंगानुपात पता चल पाया जिसके मुताबिक इन दो सालों में काफी सुधार देखने को मिले है।
बात मुद्दे की
किन राज्यों में होता है बेटों से ज्यादा बेटियों का जन्म
- 24 Jun 2021