शून्य से शिखर की ओर अग्रसर...
राजनीति जो करा दे वो काम है... 1 दिन था तब भाजपा के पास... पूरे देश में संसद में दो ही सीटें थी...यानी कि 0 से थोड़ा सा ऊपर... आज तक के सफर में कह सकते हैं... कि भाजपा संगठन ने...शून्य से शिखर की ओर का सफर तय किया है... शिखर से थोड़ा सा नीचे... पर शिखर से कम नहीं है... मोदी की घोषणा थी...कि भारत को कांग्रेस मुक्त बनाएंगे... और अब जबकि पांच में से चार राज्यों में... भाजपा सरकार बनाएगी... तो यही महसूस हो रहा है कि... भारत कांग्रेस मुक्त होने की ओर अग्रसर है... l कांग्रेस ने क्या... पूरे देश ने नहीं की थी यह कल्पना... बल्कि पूरे विश्व में कल्पना नहीं की होगी...कांग्रेस यूँ गर्त की ओर चली जाएगी... कांग्रेस की परिभाषा...सोनिया, राहुल, और प्रियंका ही रह गए हैं... यानी कि मां बेटा बेटी की कांग्रेस...कांग्रेसी कब्र खोदने में... कांग्रेसियों ने खास भूमिका निभाई है... कांग्रेस को भाजपा ने...या अन्य ने नहीं हराया है... कांग्रेस को कांग्रेसियों ने ही हराया है... सिद्धू हो गए बुद्धू...चन्नी की उड़ गई है पन्नी...रावत के उड़ गए भाटे...और कांग्रेस के पड़ गए फाटे... जीतने के पड़े लाले...अब फाकें को मजबूर लाले...झाड़ू ने झाड़ू नहीं लगाया... बल्कि लगा दिया है पोछा... सब और भाजपा की फतेह ने लगाए हैं छक्के... राजनीति के ज्ञानी रह गए हैं हक्के बक्के... अब तीस मार खा खाने को मजबूर होंगे धक्के... कांग्रेस को ले डूबे अट्ठे पट्ठे... कांग्रेसका जहाज लगने को है किनारे...टूट गए सारे सहारे... और भाजपा की जीत के समीकरण...तेजी से बढ़े... यही हाल रहा तो... भाजपा का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना... शीघ्र ही पूरा होगा... यह चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव का... सेमीफाइनल भी माना गया है... और सारे देश को यह संदेश भी है कि...तिकड़ी का खेल जारी रहेगा... सब पर यह भारी रहेगा... कांग्रेस मुक्त भारत का सपना पूरा होकर रहेगा...?
- एल.एन. उग्र