आरोपियों ने सरेराह की शख्स की हत्या; बड़े भाई के मर्डर केस में था मुख्य गवाह
मुरैना। मुरैना में दिनदहाड़े एक शख्स की हत्या कर दी गई। वह दो साल पहले हुई अपने बड़े भाई की हत्या के मामले में मुख्य गवाह था। आरोपी उस पर इस मामले में कोर्ट में गवाही नहीं देने का दबाव बना रहे थे। इसी के चलते खेत पर जाते समय 4 से 5 लोगों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी। जिससे उसकी वहीं मौत हो गई। आरोपियों में हत्या के केस में फरार आरोपी भी शामिल है।
घटना जिले के कैलारस में पचेखा गांव की है। यहां गब्बर सिंह (55) परिवार समेत रहता था। उसके दो बेटे हैं। पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 11 बजे गब्बर सिंह खेत पर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में बंदूक से लैस होकर आरोपी पहुंच गए। उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। तीन गोलियां गब्बर सिंह के पेट में लग गईं। इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। परिजन गब्बर सिंह को लेकर मुरैना के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बेटा बोला- गांव के लोगों से चल रहा विवाद
गब्बर सिंह के बेटे श्यामवीर ने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों जमीन का विवाद चल रहा है। इसी को लेकर साल 2020 में ताऊजी (पदम सिंह सिकरवार) की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस केस में सत्यभान नाम का आरोपी जेल से फरार हो गया था। दूसरा आरोपी जेल में है। पिता इस केस में मुख्य गवाह थे।
गवाही नहीं देने का बना रहे थे दबाव
बेटे श्यामवीर ने कहा कि आरोपी पक्ष लगातार पिता पर गवाही नहीं देने का दवाब बना रहे थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अगर गब्बर सिंह ने हमारे खिलाफ गवाही दी, तो उसे भी जान से हाथ धोना पड़ेगा, लेकिन पिता आरोपियों को सजा दिलाना चाहते थे। उधर, आरोपी सोनू सत्यभान फरार चल रहा था। वह भी लगातार फोन पर धमकियां दे रहा था।
पुलिस से की शिकायत, डांटकर भगाया
बेटे श्यामवीर ने आरोप लगाया कि जब हमने जान से मारने की धमकी की शिकायत की तो कैलारस के थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह और बीट प्रभारी वीरसिंह ने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया। जब भी हम थाने में शिकायत लेकर जाते थे, पुलिस हमें डांटकर भगा देती थी।
एसपी ने भी नहीं सुनी हमारी फरियाद
गब्बर सिंह के बड़े बेटे श्यामवीर सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह ने डांट कर भगा दिया। यहां तक कह दिया कि अगर तुम रोज-रोज थाने में आकर शिकायत करोगे, तो हम तुम्हारा बहुत बड़ा नुकसान कर देंगे। इसके बाद हम पिता-पुत्र एसपी आशुतोष बागरी से मिले। उनको पूरी बात बताई। साथ ही, सुरक्षा की मांग करते हुए आरोपियों को पकड़ने को कहा। एसपी ने भी उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस चाहती तो जिंदा होते हमारे पिता
श्यामवीर ने मांग की है कि थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह कुशवाह और बीट प्रभारी वीरसिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अगर हमारी शिकायतों को गंभीरता से लेते, तो पिता गब्बर सिंह आज जिंदा होते। वहीं इस मामले में एसपी आशुतोष बागरी का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
मुरैना
कोर्ट में गवाही से रोकने के लिए गोलियों से भूना
- 21 Feb 2023