Highlights

देश / विदेश

कोरोना के खिलाफ भारत की मदद के लिए बाइडन की पार्टी के सांसद ने मदद की अपील की

  • 23 Apr 2021

वॉशिंगटन। कोरोना वायरस महामारी की सुनामी को झेल रहे भारत की मदद के लिए कई देश सामने आए हैं। अमेरिकी सांसदों ने कोविड वैक्सीन के जरिए भारत की मदद की पेशकश की है। वहीं, रूस ने भारत को रेमडेसिविर और ऑक्सीजन सप्लाई का ऑफर दिया है। चीन ने भी भारत को कोरोना से निपटने में सहायता की पेशकश की है। हालांकि, भारत की तरफ से अभी किसी भी देश को सहायता के लिए औपचारिक सहमति नहीं दी गई है।
अमेरिका के मैसाचुसेट्स से डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर एड मार्के ने बाइडन प्रशासन से भारत की तत्काल मदद करने का अनुरोध किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण में एक दिन में सबसे बड़ा उछाल दर्ज किया गया है। पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह ही नहीं इसपर रहने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है।
पूछा- भारत की मदद से क्यों कर रहे इनकार?
एड मार्के ने कहा कि अमेरिका में सभी लोगों के लिए आवश्यक वैक्सीन से भी ज्यादा मात्रा है, लेकिन हम भारत जैसे देशों को समर्थन करने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने जो बाइडन से अपील करते हुए कहा कि हमारे पास मदद के लिए संसाधन हैं और अन्य लोगों को इसकी आवश्यकता है; ऐसा करना हमारा नैतिक दायित्व बनता है।
महिला सांसद ने भारत के प्रति जताई संवेदना
मिशिगन से डेमोक्रेटिक पार्टी की यूएस कांग्रेस प्रतिनिधि हेली स्टीवंस ने ट्वीट कर भारत में बढ़ते कोरोना मामलों पर दुख जताया। उन्होंने लिखा कि भारत में विनाशकारी कोरोना की लहर के दौरान मेरी पूरी संवेदना वहां के लोगों के साथ है।
भारत के साथ अमेरिका की दोस्ती की मंशा पर सवाल
अमेरिका के अड़ियल रवैये से भारत के साथ उसकी दोस्ती की मंशा पर भी सवाल उठने लगे हैं। इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। हर देश दूसरे देश का सभी विवादों को पीछे छोड़ मदद करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में अमेरिका को ऐसी क्या जरूरत पड़ी कि उसने भारत में वैक्सीन निर्माण बढ़ाने वाले कच्चे माल पर ही रोक लगा दी। क्या अमेरिका की भारत से दोस्ती केवल चीन को साधने के लिए ही है?
भारत का वैक्सीनेशन प्रोग्राम हो सकता है प्रभावित
अमेरिका की पाबंदी से भारत के साथ न केवल दोस्ती बल्कि वैक्सीनेशन प्रोग्राम के भी प्रभावित होने की उम्मीद है। भारत में हर दिन रिकॉर्ड कोरोना केस और मौतें आ रही हैं। ऐसे में सरकार ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को 1 मई से वैक्सीन लगाने का ऐलान किया है। अगर वैक्सीन का उत्पादन नहीं बढ़ेगा तो भारत में पूरी आबादी को वैक्सीनेट करने में काफी समय लग सकता है।
credit- navbharat times