इंदौर। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों में तैयारी करने के साथ वहां के स्टाफ को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी प्रक्रिया के तहत इंडेक्स मेडिकल कालेज के अस्पताल में वहां के शिशु रोग विभाग के स्टाफ को 14 से 16 जुलाई तक प्रशिक्षण दिया गया।
कालेज के चेयरमेन सुरेश सिंह भदौरिया ने बताया कि डाक्टर व एक्सपर्ट का मानना है कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो यह बच्चों के लिए खतरनाक साबित होगी, इसलिए हमने शासन के निर्देश पर अपने स्टाफ के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया। अस्पताल के शिशु रोग विभाग की सीनियर कंसल्टेंट डा. शुभांगी महाशब्दे ने बताया कि 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है और बहुत से लोगों को टीके की एक या दूसरी डोज लग चुकी है। ऐसे में कोविड की तीसरी लहर में बच्चे के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है।
यही वजह है कि हमारे विभाग ने डाक्टर्स, इंटर्न, पीजी स्टूडेंट्स, नर्सिंग स्टाफ के साथ ही अन्य स्टाफ के लिए तीन दिनों का ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया। इस दौरान बताया गया कि यदि बच्चों में संक्रमण बढ़ता है तो उनका किस तरह से उपचार किया जाए। इसके अलावा मरीज को किस प्रकार आक्सीजन, एंटीबायोटिक्स या अन्य दवा देना है उसकी भी जानकारी दी गई। ट्रेनिंग के दौरान पूरे स्टाफ को अस्पताल की तकनीकी व्यवस्था से भी रूबरू करवाया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अस्पताल में 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया।
डा. महाशब्दे ने बताया कि अस्पताल में 24 घंटे एनआईसीयू, एसएआईसीयू के साथ ही सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं भी मौजूद है। अस्पताल में अतिरिक्त आक्सीजन प्लांट भी हाल ही इंस्टाल किया गया है। अस्पताल की डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेट डा. अवनिंदर नैय्यर ने बताया कि कोविड की तीसरी लहर से बचाव के लिए हमने एक आर्गनाइजिंग कमेटी बनाई है। इसमें शिशु रोग विभाग के विशेषज्ञों के साथ नर्सिग विभाग के प्रमुख को भी शामिल किया गया है।
इंदौर
कोरोना की तीसरी लहर से लडऩे की हो रही तैयारियां, जारी चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ का प्रशिक्षण
- 19 Jul 2021