भिंड। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेकर स्वयं का आशियाने बनाने का सपना दिनों दिन धुंधला होता जा रहा है। कारण यह है कि 2 साल पहले जिन लोगों ने सरकारी आवास का सपना देखा था और आवेदन किए थे। ऐसे लोगों की राशि कोरोना की वजह से अटक गई है। यह हितग्रहियों की संख्या हजारों में है। भिंड शहर में ही ऐसे हितग्राही 22 सौ से अधिक है।
बारिश के मौसम में कच्चे मकान लोगों के लिए मुसीबत बने है। ऐसे लोगों प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेकर स्वयं के पक्के मकान में रहने का सपना देख रहे थे। दो साल के अंदर 22 सौ से अधिक लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना में शामिल किया गया था। यह योजना के अंतर्गत भूमि हीन को भूमि देकर आवास तैयार कराए जाने में मदद की जानी थी। वहीं, जिन लोगों के पास स्वयं का प्लॉट है या कच्चा मकान है। ऐसे लोगों को पक्का आवास तैयार कराए जाने के लिए राशि स्वीकृत की जानी थी। कोरोना की वजह से पिछले दो साल से आवास तैयार कराने के लिए दी जाने वाली सरकारी सहायता राशि गड़बड़ाई हुई है। कुछ आवेदकों के खाते में एक लाख की राशि आ चुकी है तो दूसरी और तीसरी राशि नहीं आ रही है। वहीं, कुछ ऐसे आवेदक है जो राशि आने का इंतजार कर रहे है। वे हर रोज मोबाइल पर आने वाले मैसेज की ओर टकटकी लगाए देखते है कि शासन द्वारा खाते में डाली जाने वाली राशि का मैसेज कब मोबाइल पर आएगा।
869 लोगों को स्वीकृत होगी आवास के लिए जमीन
भिंड शहर में नगर पालिका द्वारा 869 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शासन की ओर से जगह दी जानी है। अब तक जिला प्रशासन द्वारा नगर पालिका को जगह उपलब्ध न कराए जाने के कारण मामला अटका हुआ था। पिछले महीने कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस द्वारा पीएम आवास के लिए जगह चिह्नित कर ली है। यह राशि जल्द ही हितग्राहियों को स्वीकृत की जाएगी।
उधारी पर पैसा लेकर तैयार कराए आवास
जिलेभर में ऐसे हितग्राहियों की संख्या अच्छी खासी है जिन्हें नगर पालिका व नगर पंचायत के अफसरों द्वारा आवास स्वीकृत होने की जानकारी दी। ऐसे हितग्राहियों की एक किश्त की राशि उनके खाते में आ चुकी है। ऐसे हितग्राहियों ने आवास को पूरा करने के लिए उधारी पर पैसे लिए है। ऐसे हितग्राहियों के आवास तो पूरे हो गए परंतु कर्जदार हो गए। क्योंकि ऐसे हितग्राहियों ने प्राइवेट स्तर पर आवास के लिए ब्याज पर पैसा उठा लिया है। उन्हें आश थी शासन द्वारा राशि बैंक अकाउंट में दिए जाने के बाद यह राशि चुकता कर दी जाएगी। अब यह राशि न आने से वे कर्ज तले दब गए हैं।
भिण्ड
कोरोना ने धुंधला किया आशियाना बनाने का सपना
- 18 Sep 2021