नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार सुस्त पड़ रही है, लेकिन कप्पा, डेल्टा वैरिएंट और डेल्टा प्लस वैरिएंट ने लोगों के बीच खौफ का माहौल पैदा कर रखा है। कोरोना महामारी के बीच अब देश में जीका वायरस ने दस्तक दे दी है। केरल में शनिवार को एक और जीका संक्रमित मिलने के बाद अब तक 15 से अधिक मामलों की मामलों की पुष्टि हुई है। इसके बाद तमिलनाडु और कर्नाटक ने अपने यहां सख्ती बढ़ा दी है। केरल से लगती सीमाओं पर कड़ी जांच के साथ ही ई-पास अनिवार्य कर दिया गया है।
दक्षिणी राज्य में जीका वायरस के मामलों की पुष्टि होने के बाद कर्नाटक और तमिलनाडु ने केरल से लगने वाली अपनी सीमा पर जांच तेज कर दी है। तमिलनाडु के सरकारी अधिकारियों ने बताया कि वालयार और मीनाक्षीपुरम में 14 रणनीतिक बिंदुओं और जांच चौकियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और वाहनों की जांच तेज कर दी गई है। केरल से तमिलनाडु जाने वाले लोगों के लिए ई-पास अनिवार्य कर दिया गया है। कर्नाटक भी केरल से आने वाले पर्यटकों की जांच करवा रहा है।
बता दें कि केरल में अब तक जीका वायरस के 15 मामलों की पुष्टि हुई है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि उनकी सरकार जिला और राज्य स्तर पर वायरस को नियंत्रण करने वाली इकाइयों को मजबूत करेगी। केरल सरकार ने जीका वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए का कार्य योजना तैयार की है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
गर्भवती महिला समेत 15 संक्रमित, केंद्र ने भेजी टीम
जीका वायरस का पहला मामला तिरुवनंतपुरम में आया है, जहां एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला इसकी चपेट में आई। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गर्भवती महिला की हालत स्थिर है और उसने 7 जुलाई को बच्चे को जन्म दिया है। इसके बाद से अब तक 15 मामले आ चुके हैं। सभी मामले तिरुवनंतपुरम जिले के हैं। जीका वायरस के प्रकोप की सूचना मिलने के बाद केंद्र सरकार ने विशेषज्ञों की एक टीम केरल भेजी है। संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य मंत्रालय) लव अग्रवाल के अनुसार, छह सदस्यीय टीम में वायरस जनित रोग विशेषज्ञ और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टर शामिल हैं।
credit- अमर उजाला
देश / विदेश
कोरोना महामारी के बीच जीका वायरस ने दी दस्तक
- 11 Jul 2021