इंदौर। मेट्रो कारिडोर पर पहली बार पी-35 (पिलर नंबर 35) बनाने से पहले वहां 7 टन का वजन क्रेन से पटककर पाइल का डायनामिक लोड टेस्ट किया गया। यह पूरी तरह सफल रहा। पी-35 एमआर-10 ब्रिज से चंद्रगुप्त मौर्य प्रतिमा के बीच है। इसके अलावा एमआर-10 ब्रिज से बापट चौराहा के बीच पिलर निर्माण से पहले होने वाले जरूरी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। बुधवार को पी-19 पर पाइलिंग की शुरूआत भी हुई। इसके अलावा पी-8 और पी-15 के निर्माण से पहले के काम शुरू किए गए हैं।
मेट्रो कंपनी के अफसरों का कहना है कि डायनामिक लोड टेस्ट से ही पता चलता है कि पाइल कितना वजन सहने के लायक है। मेट्रो प्रोजेक्ट की ठेकेदार कंपनी और कंसल्टेंट के बीच डिजाइन संबंधी विवाद हो रहा था, इसी कारण डायनामिक लोड टेस्ट कराने का फैसला लिया गया था।
मेट्रो कंपनी के सहायक महाप्रबंधक अनिल जोशी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि डायनामिक लोड टेस्ट काफी सफल रहा। पाइप पर जितना लोड जरूरी था, उससे ज्यादा वजन पटककर टेस्ट किया गया। यह पूरी तरह सफल रहा है। अब पाइलिंग संबंधी तमाम तेजी से किए जा सकेंगे। बुधवार को पूजन करके कार्यों की शुरूआत की गई।
मेट्रो कारिडोर पिलर कांक्रीटिंग का काम पी-3 से शुरू होना है, जो संभवत: गुरुवार से होगा। बारिश के संभावना के मद्देनजर यह काम लगातार टाला जा रहा है, क्योंकि कांक्रीटिंग के दौरान बारिश नहीं होनी चाहिए। एमआर-10 ब्रिज से मुमताजबाग के बीच 282 पिलर बनने हैं और हर पिलर के आसपास चार पाइल होंगी। अब बारिश का दौर थमा है, इसलिए उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में तेजी से काम होगा। ठेकेदार कंपनी ने पर्याप्त मशीनें और इंजीनियर-कर्मी भी इंदौर बुला लिए हैं।
इंदौर
क्रेन से 7 टन का वजन पटककर किया गया डायनामिक लोड टेस्ट
- 26 Aug 2021