Highlights

भोपाल

कोरोना से निपटने की तैयारियों का रियलिटी चेक

  • 27 Dec 2022

आज भोपाल समेत प्रदेश भर के अस्पतालों में होगी मॉकड्रिल
भोपाल।  चीन में कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। आज प्रदेश भर के अस्पतालों में कोरोना को लेकर तैयारियों का रियलिटी चेक किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, गैस राहत और केन्द्र सरकार के चिकित्सा संस्थानों में मॉकड्रिल की जाएगी।
ऐसी है कोरोना की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में वर्तमान में 1,685 ICU बेड्स तैयार हैं। इसके अलावा, प्रदेश की सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में कुल 15,490 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स हैं।
प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए चिन्हित सरकारी अस्पतालों में 736 वेंटिलेटर, 824 बाय पेप मशीन, 153 हाईफ्लो नेजल केनुला (HFNC) उपलब्ध हैं।
कोरोना की संभावित लहर को देखते हुए बच्चों के लिए 1,105 अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स, 626 पीडियाट्रिक ICU बेड्स तैयार किए गए हैं। वर्तमान में एक्टिव PICU में 140 पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, 65 एडवांस आईसीयू वेंटिलेटर, 54 BIPAP, 99 HFNC उपलब्ध हैं।
कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में दवाओं और उपचार सामग्री की निरंतर उपलब्धता के लिए एडवांस में इंतजाम किए गए हैं। जरूरत के लिए 13,036 रेमडेसिविर इंजेक्शन सेंट्रल वेयर हाउस स्टोर किए गए हैं।
होम आइसोलेटेड मरीजों के लिए इन दवाओं का स्टोरेज
एजिथ्रोमाइसिन 1,45,66,182
सिट्राजिन- 2,64,82,768
पेरासिटामोल - 3,57,46,520
मल्टीविटामिन 3,63,79,218
जिंक 2,56,71,305
कोरोना के इलाज में लगने वाली जरूरी सामग्री
PPE किट (83,575) मास्क एन-95 (4,97,315) ट्रिपल लेयर मास्क (10,84,172), फेस शील्ड (10,380) व ग्लव्ज (9,87,600) की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
ऑक्सीजन का इंतजाम करने ऐसी है तैयारी
ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए सरकारी अस्पतालों में केन्द्र सरकार और अन्य स्त्रोतों से प्राप्त कुल 198 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट चालू हालत में हैं। इनसे 183 मीट्रिक टन डेली ऑक्सीजन तैयार हो सकती है।
प्रदेश भर में कुल 47 एलएमओ (लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) टैंक एक्टिव हैं। जिनकी कुल ऑक्सीजन भंडारण क्षमता 337 मीट्रिक टन है।
प्रदेश के चिन्हित सरकारी अस्पतालों में कुल 17,361 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। जिनकी उत्पादन क्षमता 219 मीट्रिक टन है।
चिन्हित सरकारी अस्पतालों में 35,190 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। जिनकी भंडारण क्षमता 196.8 मीट्रिक टन है। इन सभी व्यवस्थाओं को मिलाकर वर्तमान में प्रदेश की कुल ऑक्सीजन क्षमता 935.8 मीट्रिक टन है।
कोविड पॉजिटिव सैंपल्स की होल जिनोम सीक्वेंसिंग (WGS) के लिए इन्साकोग (INSACOG) के अंतर्गत 02 लैब- एम्स भोपाल और डी.आर.डी.ई. ग्वालियर चिन्हित की गई है। इन लैब में हर महीने 1200 सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा सकती है।