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व्यक्तित्व विशेष

कार्यमाणिवकम श्रीनिवास कृष्णन

  • 14 Jun 2023

(जन्म- 4 दिसम्बर, 1898; मृत्यु- 14 जून, 1961) 
प्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक थे। 'मद्रास विश्वविद्यालय' ने इनको 'डी. एस. सी.' की उपाधि प्रदान की थी। श्रीनिवास कृष्णन सन 1945-1946 में 'भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी' के अध्यक्ष चुने गए थे। भौतिकी की प्रत्येक दिशा में इनका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा था। प्रकाशिकी, चुंबकत्व, इलेक्ट्रॉनिकी, ठोस अवस्था भौतिकी तथा विशेषकर धातु भौतिकी पर इन्होंने अनेक खोज की थीं। सी. वी. रमन के साथ 'रमण प्रभाव' की खोज में भी इनका योगदान था। इन्होंने 'अमेरिकन कॉलेज', मदुरा; 'मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज' एवं 'युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ सायंस', कलकत्ता से शिक्षा प्राप्त की थी। 'मद्रास विश्वविद्यालय' ने इनको 'डी. एस. सी.' की उपाधि प्रदान की थी। 'इंडियन एसोसियेशन फॉर कल्टिवेशन ऑव सांयस' (कलकत्ता) के तत्वावधान में श्रीनिवास कृष्णन ने सन 1923 तक अनुसंधान कार्य किया। 1933 से 1942 ई. तक वे 'महेंद्रलाल सरकार रिसर्च सेंटर' में प्रोफेसर तदुपरांत 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में भौतिकी के प्रोफेसर रहे। 1947 में 'राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला', दिल्ली के प्रथम संचालक बनने का गौरव इन्हें मिला था। वर्ष 1940 में कार्यमाणिवकम श्रीनिवास कृष्णन 'रॉयल सोसायटी' के सदस्य चुने गए थे। इसके बाद 1946 में वे 'सर' की उपाधि से विभूषित किए गए। स्वतंत्र भारत की सरकार ने उन्हें 'पद्मभूषण' उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया था। सन 1945-46 में कार्यमाणिवकम श्रीनिवास कृष्णन 'भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी' के अध्यक्ष चुने गए। फिर 1950 में 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस' के भौतिकी विभाग के अध्यक्ष और बाद में इस संस्था के अध्यक्ष चुने गए। आप 'भारतीय परमाणु आयोग' एवं 'भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद' के संचालक मंडल के भी सदस्य थे। इन्होंने अनेक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व सफलतापूर्वक किया था।