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भोपाल

कॉलेज एंट्री पर छात्राओं को मिलेंगे 25 हजार

  • 09 May 2022

भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 लॉन्च कर दी है। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर इस योजना को नए संस्करण में पेश करते हुए उन्होंने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में 12वीं पास कर कॉलेज जाने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए मिलेंगे। ये राशि दो किश्तों में मिलेगी। एडमिशन लेने पर साढ़े 12 हजार और पढ़ाई करने पर दूसरी किश्त मिलेगी। इसके अलावा डॉक्टर बनने में प्राइवेट कॉलेज में पढ़ी, तो उसकी फीस भी सरकार भरेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि अब हर साल 2 मई से 12 मई तक लाडली लक्ष्मी उत्सव मनाया जाएगा।
लाड़ली लक्ष्मी पंचायत घोषित करने का ऐलान
सीएम शिवराज सिंह ने पंचायतों को लाडली लक्ष्मी पंचायत का दर्जा दिए जाने का भी ऐलान किया है। सीएम शिवराज ने कहा कि ऐसी पंचायत जहां एक भी बाल विवाह नहीं होगा, लाडलियों का स्कूल में 100 त्न प्रवेश होगा। सभी बेटियों का टीकाकरण होगा, कोई लाडली कुपोषित नहीं होगी। कहीं भी बालिका अपराध नहीं होगा, तो ऐसी पंचायतों को लाडली लक्ष्मी पंचायत घोषित किया जाएगा।
बेटियों का फूल बरसा कर स्वागत
इससे पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह ने कार्यक्रम में आई बेटियों पर फूल बरसा कर उनका स्वागत किया। इसके बाद कन्या पूजन भी किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या लाडली लक्ष्मी मौजूद रहीं। इसके अलावा सभी जिले, ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर तक लाडली लक्ष्मियों से सीएम वर्चुअली माध्यम से जुड़े। मुख्यमंत्री लाडली बेटियों से लगातार संवाद कर सकें, इसलिए लाडली ई-संवाद ऐप का लोकार्पण किया।
इस योजना के तहत वर्ष 2007 से अब तक 42.08 लाख से अधिक बालिकाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ है। कक्षा 6, कक्षा 9वीं, कक्षा 11वीं और कक्षा 12वीं में प्रवेशित 9.05 लाख बालिकाओं को 231.07 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का वितरण किया गया। लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ देने के लिए बालिका शिक्षा की निरन्तरता को किया गया सुनिश्चित गया है।
कमलनाथ बोले- इवेंट प्रेमी सरकार है
उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस उत्सव को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सोशल मीडिया पर बयान जारी कर लिखा- एनसीआरबी के जारी आंकड़ों के मुताबिक़ मध्यप्रदेश बाल अपराधों में , मासूमों के साथ दुष्कर्म में देश में अव्वल है। बच्चों की दृष्टि से प्रदेश को सबसे असुरक्षित राज्य माना गया है।
प्रतिदिन करीब 6 मासूम बेटियों दुष्कर्म की शिकार हुई है। प्रदेश में बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध की दर 59.1 त्न है। इसके बाद भी शिवराज सरकार यदि उत्सव मनाती है तो यह उत्सव समझ से परे है और इस उत्सव पर कई सवाल खड़े हो रहे हैंज्? आज आवश्यकता है सबसे पहले बहन-बेटियों को सुरक्षा व सम्मान देने कीज् लेकिन इवेंट प्रेमी सरकार को तो सिर्फ इवेंट कर जनता को गुमराह करना है , उन्हें बहन-बेटियों की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है।