Highlights

इंदौर

कालोनाइजर नागर अब भी प्रशासन और पुलिस की पहुंच से बाहर

  • 08 Nov 2021

मंदिर को जमीन को बेच दिया था, लोगों के बनाए मकान ढहाने के बाद तलाश तेज
इंदौर। शहर के पिपल्याराव में गणेशधाम कालोनी में गुटकेश्वर महादेव मंदिर की जमीन पर प्रशासन और नगर निगम की टीम ने एक निर्माणाधीन मकान तोड़ दिया है, लेकिन मंदिर की जमीन पर अवैध तरीके से प्लाट बेचने वाला कालोनाइजर लालू नागर अब भी प्रशासन और पुलिस की पहुंच से बाहर है। यहां पांच-छह मकान अब भी मंदिर की जमीन पर हैं। जब प्रशासन ने इनको मकान खाली करने के नोटिस दिए थे तो मकान मालिकों ने बताया था कि हमको पता नहीं था कि यह मंदिर की जमीन है। हमें तो लालू नागर ने प्लाट बेचे और दलाल मिथुन सोलंकी ने प्लाट की रजिस्ट्री करके दी।
सितंबर में जब निर्माणाधीन भवन तोड़ा गया था, तब मंदिर की जमीन पर मकान बनाकर रह रहे इन रहवासियों के खिलाफ भी कार्रवाई होने वाली थी। तब मकान मालिक और उनके परिवार के सदस्यों ने नागर पर आरोप लगाए थे कि उसने ही हमको प्लाट बेचे हैं। तब प्रशासन ने रहवासियों की समस्या देखते हुए मकान खाली करने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी थी। एक सप्ताह में रहवासियों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर कार्रवाई पर स्थगन ले लिया। अब प्रशासन और पुलिस नागर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाना चाहते हैं लेकिन रहवासी उसके खिलाफ बयान देने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
सितंबर में जब मंदिर की जमीन पर अवैध तरीके से बनाए गए इन मकानों को तोडऩे की कार्रवाई होने वाली थी तब रहवासी महिलाओं ने कहा था कि हमने तो लोगों के बर्तन मांजकर और घर के लोगों ने गाड़ी चलाकर पाई-पाई जोड़ी। इस पैसे से एक प्लाट खरीदा। हमको क्या पता था कि यह मंदिर की जमीन है। हमको तो लालू ने प्लाट बेचे और रजिस्ट्री मिथुन से कराई। सोलंकी को पावर आफ अटार्नी बनाया हुआ था। इस मामले में एसडीएम अंशुल खरे ने बताया कि मंदिर की जमीन बेचने के मामले में नागर के खिलाफ भी कार्रवाई करना चाहते हैं, लेकिन अब रहवासी बयान देने को तैयार नहीं हैं। पुलिस ने भी रहवासियों से चर्चा की है, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं है।