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इंदौर

काली बिल्लौद में शुरू हुआ भारत का पहला ग्रामीण फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट

  • 06 Oct 2021

मंत्री सिसौदिया ने किया फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण
इंदौर। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)फेज-2 का एक प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2025 तक ग्रामों में अपशिष्ट प्रबंधन की गतिविधियों को बढ़ावा देकर पर्यावरणीय स्वच्छता को टिकाऊ बनाने में योगदान देना है जिससे ग्रामीण आबादी का जीवन स्तर बेहतर हो सके। इसी उद्देश्य को सार्थक रूप देते हुए मंगलवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने इंदौर के देपालपुर तहसील स्थित ग्राम काली बिल्लौद में नवनिर्मित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट तथा दस प्लास्टिक प्रबंधन इकाइयों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री गोपाल सिंह चौधरी, राज्य कार्यक्रम अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण सुश्री निधि निवेदिता, जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु चंद्र तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि काली बिल्लौद में भारत का पहला कार्यकारी फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है, जो ना केवल ग्राम पंचायत काली बिल्लौद बल्कि आसपास की 6 अन्य ग्राम पंचायतों से मानव-अपशिष्ट के उचित निपटान की अचूक और कारगर व्यवस्था स्थापित करेगा।
मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि आज इंदौर के काली बिल्लौद में भारत का प्रथम कार्यकारी ग्रामीण फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने जा रहा है। यह ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर एवं प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता के दौरान स्वच्छता का नारा देशभर को दिया था उसके बाद हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गांव में स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण शुरू किया और इसे आंदोलन का रूप दिया। मंत्री श्री सिसौदिया ने कहा कि इंदौर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वच्छता में भी नंबर वन है और उन्हें पूरा विश्वास है कि इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र जल्द ही ओडीएफ प्लस स्टेटस भी प्राप्त कर लेंगे।
 मंत्री श्री सिसौदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का यह संकल्प है कि स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं आत्मनिर्भर एवं रोजगारोन्मुखी बने। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में 26 लाख स्व सहायता समूह गठित किए गए हैं और आगे आने वाले समय में इन समूहों का और विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान का संकल्प है कि स्व सहायता समूह की महिलाएं स्वयं आत्मनिर्भर बन परिवार और समाज को उन्नति के पथ पर लेकर आ सकें। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों से अनुरोध किया कि वे सभी संकल्प ले कि उनके घर, मोहल्लों और सड़कों को स्वच्छ रखने में पूर्ण इमानदारी के साथ वे अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे और स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को सफल बनाएंगे।
राज्य कार्यक्रम अधिकारी ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन श्री निधि निवेदिता ने कहा कि इंदौर प्रदेश का पहला जिला था जिसे 2016 में ओडीएफ घोषित किया गया था। अब स्वच्छ भारत ग्रामीण मिशन के दूसरे चरण में ओडीएफ प्लस के लक्ष्य को पूर्ण करना हम सभी का संकल्प है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रदेश भर में लगभग 500 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है और इसमे इंदौर की 6 ग्राम पंचायतें भी शामिल है।