सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक से साथ हुई ऑनलाइन ठगी के रुपए वापस दिलवाए
इंदौर। केवायसी अपडेट करने के नाम पर सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक के साथ दो लाख पच्चीस हजार रुपये की आनलाइन ठगी हो गई। राज्य साइबर सेल ने शिकायत के बाद अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने की प्रक्रिया कर फरियादी को संपूर्ण राशि वापस दिलवाई।
6 अप्रैल को सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक मनोज कुमार गिर्राज निवासी कालिंदी मिड टाउन ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर बैंक खाते के केवायसी अपडेट करने के लिए मैसेज आया। मैसेज की लिंक पर क्लिक किया तो भारतीय स्टेट बैंक से मिलता जुलता एक फर्जी पेज खुला। इसमें इंटरनेट बैंकिंग की लॉग इन आयडी व पासवर्ड दर्ज करना था। इसके बाद बैंक खाता नंबर व रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद अगले पेज पर ओटीपी दर्ज करना था। ओटीपी डालते ही ठग ने खाते का एक्सेस प्राप्त कर दिया और कुछ ही देर बाद फरियादी को भारतीय स्टेट बैंक से दो मैसेज आए। इसमें खाते से दो बार में दो लाख पच्चीस हजार रुपये डेबिट होने की जानकारी दी गई। इस पर राज्य साइबर को शिकायत की गई। जांच के दौरान पता चला कि ठग ने दो अन्य खातों में राशि स्थानांतरित की है। बैंक से संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने की प्रक्रिया की गई और संपूर्ण राशि फरियादी को वापस दिलवाई गई।
इंदौर
केवायसी अपडेट करने के नाम पर लगाई सवा दो लाख की चपत
- 08 Apr 2022