Highlights

झारखण्ड

कुंवारों का गांव है बड़ाडहर, वर्षों से नहीं हुई किसी लड़के की शादी

  • 13 Mar 2023

पश्चिमी सिंहभूम। आपने अक्सर सुना होगा कि भारत गांवों का देश है। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। भारत की संस्कृति और खूबसूरती दिखाते गांव ही देश की असली धरोहर है। कुछ गांव तो इतने अजब-गजब हैं कि उनके बारे में जानने को लोग बहुत दिलचस्पी रखते हैं। उनमें से ही एक गांव है पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा प्रखंड की खंडामौदा पंचायत का बड़ाडहर।
जिला मुख्यालय से 100 किमी दूर बसे इस गांव में लंबे अरसे से किसी लड़के की शादी नहीं हुई है। यहां कोई भी बाप अपनी बेटी की शादी रचाना नहीं चाहते। आलम यह है कि कुछ लड़के गांव से बाहर जाकर शादी रचा वहीं के बाशिंदे हो गये हैं। खाल नदी का जलस्तर बढ़ जाने से लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। गांव टापू बन जाता है। ज्यादा बारिश आने पर बिजली भी तीन चार दिनों तक गुल हो जाती है। खेतों में पानी भर जाने से मेढ़ का रास्ता भी नहीं दिखाई देता है। ऐसे में लोग बारिश से पहले सूखा राशन जमा कर देते हैं। बड़ाडहर गांव में 22 परिवारों में लगभग 228 लोग रहते हैं। इस गांव में सड़क, पानी और बिजली की गंभीर समस्या है। पगडंडी के सहारे गांव पहुंचते हैं। गांव में सरकारी चापाकल है। सोलर जलमीनार भी बेकार हो गया है। पांच सौ मीटर दूर खाल नदी में कुआं खोद पेयजल का इंतजाम करते हैं।
साभार लाइव हिन्दुस्तान