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ग्वालियर

केस डायरी से अब गायब नहीं होंगे फोटो और वीडियो

  • 23 Apr 2022

ई विवेचना करेगी पुलिस, एफआईआर के साथ ही हो जाएंगे अपलोड
ग्वालियर। कुछ मामलों में देखा गया है कि न्यायालयीन कार्रवाई के दौरान यह बात सामने आती है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई है या फिर घटना से संबंधित वीडियो या फोटो गायब हो गए है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल पुलिस की डायरी से अब केस से संबंधित फोटो और वीडियो जैसे सुबूत गायब नहीं हो सकेंगे। कारण, पुलिस ने ई-एफआईआर के साथ ई-विवेचना भी शुरू कर दी है।
इसके चलते अब ये साक्ष्य एफआईआर दर्ज करने के साथ ही सॉफ्टवेयर में अपलोड हो जाएंगे। यानी, पुलिस घटनास्थल पर ही मौका-नक्शा टेबलेट में अपलोड ई-विवेचना सॉफ्टवेयर में ही बनाएगी, इससे मौका-नक्शा में अक्षांश-देशांतरों की स्थिति एकदम ठीक रहेगी और किसी भी साक्ष्य को न तो बदला जा सकेगा और न ही किसी तरह की छेड़छाड़ की जा सकेगी।
सर्वर पर रहेंगे अपलोड
अभी तक कई मामलों में न्यायालय में सुनवाई के दौरान यह बात भी आती है कि केस डायरी से फोटो या वीडियो गायब हो गए हैं। अब यह फोटो-वीडियो सर्वर पर अपलोड रहेंगे। ई-विवेचना दो माह पहले शुरू हुई थी और अब तक 1000 से ज्यादा अपराधिक मामलों की विवेचना इस सॉफ्टवेयर में शुरू की गई है। अभी यह योजना ट्रायल के रूप में शुरू की गई है।
मौके पर ही साफ्टवेयर में फीड
उल्लेखनीय है कि ई-एफआईआर शुरू होने के बाद ई-विवेचना भी शुरू की जाना थी। इसके लिए जिले में शहर के थानों में सामान्यत: 3 और देहात के थानों में 2 टेबलेट दिए गए हैं। ई-विवेचना में विवेचक घटनास्थल पर पहुंचने के साथ ही यहीं पर मौका-नक्शा (अपराध विवरण फॉर्म) यहीं पर सॉफ्टवेयर में फीड करता है।
इस संबंध में अमित सांघी, एसएसपी ग्वालियर का कहना है कि ई-विवेचना से विवेचना में काफी मदद मिल रही है। इससे रीयल टाइम विवेचना हो रही है, इसके अलावा सुबूतों से जुड़े वीडियो और फोटो भी साथ ही सर्वर पर अपलोड हो जाएंगे। इसके 118 टेबलेट थानों में पदस्थ विवेचना अधिकारियों को दिए गए हैं।