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भोपाल

कड़कड़ाती ठंड के बीच खंडहर में मिला नवजात

  • 08 Jan 2022

भोपाल । मां मुझे कोख में मार देती तो अच्छा होता, लेकिन ठिठुरन पैदा करने वाली ठंड में बाहर तो न फेंकती। आखिर मेरा क्या कुसूर था जो तू मुझे खंडहर में फेंक आई। मां, मुझे ठंड ने जखड़ लिया था, चींटियों ने बदन को छलनी कर रही थी और खंडहर के सूनेपन में मौत मेरे आसपास थी। यदि मैं जिंदा बच भी गया तो तेरे इस बर्ताव से मैं जीवन पर मरता रहूंगा। यदि बोल पाता तो जेपी अस्पताल के नवजात शिशु वार्ड में भर्ती दुधमुंहा नवजात अपनी मां से यही कहता। यह कहानी उस नवजात की है जिसे एक मां ने बरखेड़ा पठानी क्षेत्र में शुक्रवार खंडहर में फेंक दिया था। उसके सिर, हाथ-पांव में गंभीर चोटें हैं। ठंड में बाहर फेंके जाने के कारण उसे संक्रमण हो गया है। वह जिदंगी और मौत से जूझ रहा है।
नवजात खंडहर में बिलख रहा था। जब लोगों ने उसके रोने की आवाज सुनी तो वे मददगार बन गए। पुलिस को सूचना दी। डायल-100 ने मौके पर पहुंचकर नवजात को शाम को जेपी अस्पताल पहुंचा दिया है। गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार बरखेड़ा पठानी के श्यामनगर में कड़कड़ाती ठंड में जब लोगों ने पास के एक खंडहर से बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो लोग खंडहर के पास पहुंचे। नवजात को कंबल में लिपटा देखकर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। गोविंदपुरा पुलिस की डायल-100 को मदद के लिए भेजा गया। पुलिस वाहन पर तैनात प्रधान आरक्षक संतोष गौतम और वाहन के पायलट सुरेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर नवजात को कपड़े में लिपटा पाया। उसे पुलिस ने जेपी अस्पताल में भर्ती कराया है। डाक्टरों ने उसका इलाज शुरू कर गया है। ठंड से उसकी छाती में कफ की शिकायत बताई गई है। पुलिस नवजात के परिजनों की तलाश में लगी है।