गंगापुरा। गंगापुरा गांव के ग्रामीणों को बिजली कंपनी द्वारा बिना विद्युत लाइन और बिना कनेक्शन के ही हजारों रुपए के बिजली के बिल थमा दिए गए हैं। इसके कारण ग्रामीण परेशान भटक रहे हैं। ग्रामीणों ने बिजली कंपनी और प्रशासनिक अधिकारियों से विभागीय कर्मचारियों इस लापरवाही को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीण मोतीराम बताते हैं कि उसके घर न तो बिजली का मीटर लगा है और न ही बिजली गई है। इसके बाद भी उसे 10 हजार रुपए का बिजली बिल थमा दिया गया है। वहीं ग्रामीण जनक सिंह का कहना है कि बिजली कंपनी द्वारा अभी तक मेरे घर पर मीटर कनेक्शन नहीं किया गया है। उसके बाद भी बिजली कंपनी ने मुझे वर्ष 2016 से 2018 तक का 19 हजार रुपए बिजली बिल थमा दिया है। इसी प्रकार गांव में अधिकांश लोगों को बिजली कंपनी ने बिल सौंपे हैं। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि अगर फर्जी बिजली का बिल वापस नहीं लिया गया तो हम लोग कलेक्टर से लेकर विद्युत मंत्री तक अपनी गुहार को लेकर जाएंगे, ताकि बिजली कर्मियों की गलत कार्य प्रणाली सबके सामने आ सके और उनपर कार्रवाई हो सके।
चुनाव के लिए नोड्यूज करने से कर दिया मना
सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे गंगापुरा निवासी रमेश सिंह कुशवाह ने बताया कि चुनाव फॉर्म जमा करने से पहले मैं बिजली कंपनी से नोड्यूज कराने के लिए कार्यालय पहुंचा था। विभागीय कर्मचारियों ने नोड्यूज करने से मना करते हुए मुझे 11 हजार 480 रुपए का बिजली बिल थमा दिया। जबकि मेरे घर में न तो मीटर लगा है और न किसी प्रकार का कोई बिजली कनेक्शन है।
गंगादासपुरा गांव में फ्री कनेक्शन दिए गए थे
गंगादासपुरा गांव में कुछ साल पहले ट्रांसफार्मर रखवाकर ग्रामीणों को बिजली कनेक्शन दिए गए थे। ग्रामीण कनेक्शन नहीं होने वाली बात झूठ बोल रहे हैं। उसके बाद भी मैं मामले की जांच करूंगा। अगर बिजली कंपनी के कर्मचारियों की कोई गलती होंगी तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। अगर बिजली जलाई है तो बिल भरना होगा। -रविंद्र सिंह गौर, जेई, बिजली कंपनी, मौ
राज्य
कनेक्शन हुआ नहीं, थमा दिए बिजली बिल, जेई बोले- झूठ बोल रहे ग्रामीण
- 27 Dec 2021