कार्यालय में उपस्थिति अनिवार्य होने के बाद भी नजर नहीं आते
इंदौर। कलेक्टर के निर्देश पर हर दिन तहसील कार्यालय में तहसील स्तर के पटवारियों की उपस्थिति अनिवार्य होने के बावजूद कई तहसील के पटवारी एक-दिन को छोड़ अन्य दिन नजर ही नहीं आ रहे हैं। कुछ पटवारी चालाकी कर सुबह कार्यालय में अंगूठा लगाकर यहां-वहां चले जाते हैं। पूरे दिन अधिकारी या किसान उन्हें खोजते रहते हैं। शाम को वे लौटकर अंगूठा लगाकर खुद की उपस्थिति पूर्ण कर रहे हैं।
कलेक्टर के निर्देश के अनुसार तहसील में अलग-अलग तहसीलों के पटवारियों को कार्यालय में दो दिन उपस्थित रहना जरूरी है। कलेक्टर के आदेश से परे पटवारी कार्यालय जाने के बजाय यहां-वहां ही रह रहे हैं। कलेक्टर के आदेश का पालन न करने वाले पटवारियों की जानकारी तहसीलदारों को होने के बावजूद वे आज तक कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। हर दिन पटवारियों को खोजने के लिए अधिकारी व किसान परेशान होते रहते हंै। यही नहीं, चालाक पटवारी कार्यालय में अंगूठा लगाकर गायब हो जाते हैं। सुबह कार्यालय आकर वे अंगूठा लगाते है और यहां-वहां चले जाते हैं। शाम को लौटकर वे अंगूठा लगाकर उपस्थिति पक्की करने के अलावा किसी अन्य कार्य पर ध्यान ही नही देतें है। तहसील में पिछले पाच दिन से मात्र सात पटवारी ही मिल रहे हैं।
निरीक्षक भी हो रहे गायब
हो इसी तरह राजस्व निरीक्षक भी कार्यालय से गायब हो रहे हैं। अधिकारी जरूरी होने पर फोन लगाकर पटवारी और राजस्व निरीक्षकों को बुलाते हैं, वहीं से वे कार्यालय पहुंच रहे हैं। इस स्थिति में कार्यालय में पूरे समय बैठने वाले पटवारी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
पटेल को हटाया, मीणा मुख्य तहसीलदार
इंदौर तहसील के मुख्य तहसीलदार जूनी इंदौर में पदस्थ रही ममता पटेल को हटाकर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने डायवर्शन शाखा में वसूली की जिम्मेदारी सौंप दी है। उनकी जगह पूर्व में जूनी इंदौर तहसीलदार रहे सुदीप मीणा को राऊ से हटाकर जिम्मेदारी सौंपी है। इंदौर तबादले के बाद पदस्थापना की राह देख रहे तहसीलदार बजंरगबहादुर सिंह को अब जाकर टप्पा बेटमा की जिम्मेदारी मिली है। वे पूर्व में भी यहां तहसीलदार रह चुके हैं। राई तहसील की जिम्मेदारी तहसीलदार मोहम्मद सिराज खान को सौंपी गई है।
इंदौर
कलेक्टर कार्यालय में आदेशों की उड़ रही धज्जियां : अंगूठा लगाकर गायब हो जाते हैं अधिकांश पटवारी
- 26 Jan 2020