खरगोन। कसरावद क्षेत्र की 28 सहकारी समितियों में पिछले करीब एक सप्ताह से डीएपी खाद नहीं है। किसान को संबंधित सेवा सहकारी समिति व निजी दुकानों के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक सोसायटियों में 1000 टन डीएपी खाद की जरुरत है। किसानों का कहना है रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। निंदाई-गुढ़ाई का काम चल रहा है।
धूप खिलते ही फसल की बढ़वार के लिए खाद की जरुरत होगी। इसलिए खेती का काम छोड़कर सोसायटी जाते है। लेकिन वहां से खाद नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया जाता है। नगर सहित क्षेत्र की सेवा सहकारी समिति व निजी खाद दुकानों पर खाद की किल्लत है।
इसने एक बार फिर किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। नगर के किसान राजेंद्र बांगा, रणजीत पाटीदार व प्रकाश पाटीदार, रुपखेड़ा के रेवाराम पटेल, साटकुर के दीपक पाटीदार आदि ने कहा डीएपी खाद का संकट गहराया हुआ है। फसलों की बढ़वार थम गई है। जल्द खाद उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि किसानों को असुविधा ना हो।
वर्तमान समय में फसलों के बीच से खरपतवार निकाली जा रही है। इसके बाद खाद का छिड़काव जरूरी है। इस संबंध में सेवा सहकारी समिति प्रबंधक रामकृष्ण पाटीदार ने बताया - डिमांड भेजी है पिछले एक सप्ताह से डीएपी खाद की आपूर्ति नहीं होने से किसानों को उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। किसानों की मांग विभागीय स्तर पर भेजी जा चुकी है। खाद उपलब्ध होते ही किसानों को बांटा जाएगा।
खरगोन
खाद की किल्लत:एक सप्ताह से सोसायटियों में नहीं मिल रहा डीएपी
- 18 Jul 2022