रतलाम। कागज पर अंगूठे के ये लाल निशान स्याही के नहीं... बल्कि खून के है। इस खून के साथ इनका ब्लड ग्रुप भी लिखा गया है। दरअसल, ये पत्र रक्तदाताओं ने केंद्रीय ड्रग कंट्रोलर नई दिल्ली को भेजा है। इसका उद्देश्य यह है कि जिला अस्पताल की ब्लड कंपोनेंट यूनिट जल्द से जल्द शुरू हो जाए, जो कि अनुमति के फेर में अटकी है।
26 अक्टूबर को मिला था लाइसेंस
जिला अस्पताल की ब्लड कंपोनेंट यूनिट के लिए 26 अक्टूबर को लाइसेंस मिल गया था। लेकिन एक पत्र और अटका है, इसके बाद ही यह यूनिट शुरू होगी। अलग-अलग रक्तदाताओं की टीम लगातार यूनिट को शुरू करवाने के लिए सक्रिय है। जल्द अनुमति मिले, इसके लिए महेश सोलंकी, मो. शोएब, जुगल पंड्या, बादल वर्मा ने अंगूठे लगाकर पत्र भेजा। अंगूठे (खून) के निशान के साथ ही ब्लड ग्रुप भी लिखा गया है।
यूनिट जरूरी, क्योंकि इस साल रिकॉर्ड रही है प्लेटलेट्स की मांग
इधर, ब्लड कंपोनेंट यूनिट की मांग लंबे समय से की जा रही है। सरकारी सुविधा में इस मशीन का होना भी जरूरी है। इस साल प्लेटलेट्स की मांग ऑल टाइम के रिकॉर्ड पर रही है। डेंगू और वायरल का प्रकोप था, ऐसे में एक दिन में 100 यूनिट से ज्यादा प्लेटलेट्स की मांग थी। जिसकी पूर्ति मानव सेवा समिति के ब्लड बैंक से हुई।
रतलाम
खून से अंगूठे के निशान लगाकर दिल्ली भेजा लेटर, ब्लड कंपोनेंट यूनिट शुरू करने की परमिशन मांगी
- 21 Dec 2021