यह कोई पहला मामला नहीं है जहां एफ आई आर दर्ज हो गई , लेकिन कोई अरेस्ट नहीं किया गया।
किसान आंदोलन में भी अनेक रसूखदार लोगों पर एफ आई आर दर्ज हैं लेकिन अरेस्ट किया जाना बाकी है। इसके दो कारण हो सकते हैं : -
(1 ) आम जनता का तात्कालिक रूप से रोष समाप्त करना।
(2 ) या कोई राजनीतिक रणनीति की योजना का गुणा -भाग
कारण चाहे जो भी हो आम जनता में इसका नकारात्मक संदेश ही पहुंचता है। हमारी सोच दूरगामी तो नहीं हो सकती क्योंकि गोपनीय सूचनाओं की विस्तृत जानकारी सरकार के पास ही होती है। लेकिन यदि कठोर निर्णय लेने की छवि स्थापित करना है तो किन्हीं विशेष अवसरों पर तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही कर दी जाना चाहिए।
यदि गिलानी के प्रकरण में उचित धाराओं में दर्ज एफ आई आर में अरेस्टिंग भी कर दी जाती तो इसका व्यापक प्रभाव पड़ता ..आम जनता में भी और देशद्रोहियों में भी !
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- 06 Sep 2021