अहमदाबाद. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून इस साल समय पर तटीय गुजरात के दक्षिणी हिस्सों पर पहुंच गया था लेकिन कई दिनों से मॉनसून नवसारी से आगे नहीं बढ़ पाया. हालांकि मॉनसून आगे बढ़ते हुए उत्तरी सीमा वेरावल, भरूच, राजपीपला, छोटा उदयपुर और वहां से मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है. लेकिन प्रेदश का अधिकांश हिस्सा अभी भी मॉनसून की दस्तक से अछूता है. आमतौर पर मॉनसून की धारा 20 जून को अहमदाबाद, 25 जून को राजकोट और 30 जून तक कच्छ पहुंच जाती है लेकिन इस बार मॉनसून में देरी हो रही है.
बता दें कि इस बार 11 जून को गुजरात में मॉनसून की एंट्री हुई थी. लेकिन उसके बाद से ही इसकी रफ्तार पर ब्रेक लगा हुआ है. अब गुजरात में मॉनसून के आने से पहले प्री-मॉनसून बारिश देखी जा रही है. साउथ गुजरात में साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से गुजरात के कई शहरों में भारी बारीश की चेतावनी दी गई है. साथ ही में मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि समुद्री इलाक़ों में हवाओं की गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी. अगले दो दिन मछुवारों को समुद्र में जाने से मना किया गया है.
आज सौराष्ट्र और गुजरात में कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. साबरकांठा, बनासकांठा, मेहसाणा, दाहोद, पाटन, खेड़ा, गांधीनगर, अहमदाबाद, वडोदरा, भावनगर, महुवा, अमरेली, जूनागढ़, सोमनाथ और वेरावल में भारी बारिश का खतरा है. इस दौरान कच्छ की खाड़ी के तटीय स्टेशनों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी.
साभार आज तक
गुजरात
गुजरात में भयंकर बारिश, मछुवारों को समुद्र में जाने पर रोक, अलर्ट जारी
- 25 Jun 2024