(जन्म:20 जून 1923 - मृत्यु:15 दिसम्बर 2000) एक कुशल पत्रकार तथा लेखक के रूप में जाने जाते हैं। विकासशील देशों में ईमानदारी से प्रगतिवादी तथा प्रभावी लेखन कर पाना न केवल मुश्किल है बल्कि खतरनाक भी है। सरकारों के अलावा, दूसरी बहुत-सी ऐसी व्यवस्थाएँ हैं, जो अपनी स्थानीय तथा अंतराष्ट्रीय छवि बनाए रखने के लिए प्रकाशन और प्रसारण पर अपना अंकुश बनाए रखना चाहती हैं। ऐसे में गौर किशोर घोष ने अपने लम्बे संघर्षपूर्ण रचनात्मक लेखन तथा पत्रकारिता के जरिए अपनी बात को निर्भीकतापूर्वक आगे रखा और साथ ही नागरिकों तथा प्रेस की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए जुझारू तेवर दिखाए। गौर किशोर घोष की मानवीय दृष्टि, उनकी निर्भीकता तथा दबावों के खिलाफ अडिग पत्रकारिता के लिए उन्हें वर्ष 1981 का मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया।
व्यक्तित्व विशेष
गौर किशोर घोष
- 20 Jun 2023