आरक्षण के नाम पर महिला सरपंच बनाई गई, वो महिला जिसे पंचायत के बारे में एबीसीडी नहीं पता और पंचायत में कभी दिखाई ही नहीं दी
इन्दौर। स्वच्छता में चार बार नंबर वन रहने वाले इंदौर मे एक पंचायत ऐसी भी है,जहाँ सबसे ज्यादा गन्दगी और पानी के तालाब भरे हुये हैं।यह पंचायत बाहुबली विधायक और पूर्व मंत्री रहे जीतू पटवारी के क्षेत्र मे आती है।इस पंचायत का नाम है बाँक ग्राम पंचायत,जहाँ की सरपंच महिला है जो ना कभी पंचायत में आती है और ना ही कभी जनता के बीच में जाती है।आरक्षण होने से सिर्फ नाम के लिये लक्ष्मीबाई को सरपंच बनाया गया है।इनकी जगह पूर्व सरपंच सोहराब पटेल का राज चल रहा है।
और सोहराब का पूरा साथ सचिव प्रहलाद दे रहा है।सवाल ये उठता है कि क्या कभी क्षेत्रीय विधायक जीतू पटवारी चुनाव जीतने के बाद वहां का दौरा करने गए थे,और गये थे तो बांक पंचायत के रहवासी क्यूँ समस्याओ से जुझ रहे हैं।क्यूँ पूर्व सरपंच जनता को परेशान कर रहा है। गन्दगी से भरी जिन्दगी व्यतीत करने को मजबूर है, यहाँ के रहवासी। वर्त्तमान मे महिला सरपंच के स्थान पर पूर्व सरपंच शोहराब पटेल पूरी तानाशाही के साथ काम कर रहे हैं। पूर्व सरपंच सोहृराब पटेल और सचिव प्रहलाद की साठगांठ से ही होता है ग्राम पंचायत में काम। जमकर चल रहा है भ्रस्टाचार,इस बारिश के मौसम मे घुटनों तक पानी भरा हुआ है, मच्छरो से परेशान हो रहे है लोग। सडको मे भरा पानी बिजली के आधे आधे खंबो को ले डुबा है , कभी भी कोई भी दुर्घटना हो सकती है।इसके बावजूद पुर्व सरपंच सोहराब पटेल की तानाशाही जो सालो से चलती आ रही है,खतम होने का नाम नही ले रही।
जनता की सुने तो आलम ये है की, गली गली मे गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है , घरो के अंदर और सडको पर ड्रेनेज का पानी भरा हुआ है । यहा की सरपंच लक्ष्मी बाई सिर्फ नाम की लक्ष्मी दिखाई देती है , वही भ्रस्ट पूर्व सरपंच सोहराब पटेल द्वारा पूरे क्षेत्र में तानाशाही के चलते रहवासियों को धमकिया देकर डराया जाता है।
घर- घर जाकर उठाती कचरा गाडी सिर्फ इंदौर शहर के लिये है, यहाँ रोड से ही गाडियाँ वापिस चले जाती है।जिसके कारण लोगो को कचरा डालने की परेशानी का भी सामना करना पद रहा है।बाहुबली विधायक जीतू पटवारी की बाँक पंचायत की हालत बेहद कमजोर हैं , काफी समय से लगातार मामले उठते आ रहे है ममता नगर के रहवासियों की ये दुख भरी।दास्ताँ डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट की टीम द्वारा क्षेत्रीय विधायक और प्रशासन के सामने ला दी गयी है,अब देखना यह है की क्या आंम जनता की समस्या से पूर्व सरपंच सोहराब पटेल का साया हटेगा या सरपंच लक्ष्मी बाई रहवासियों की समस्या सूलझाएगी, जो पंचायत मे हो रहे कार्यो की ए बी सी डी भी नही जानती है।या पूर्व सरपंच और पंचायत सचिव, की मिलीभगत से भ्रष्टाचार होता ही रहेगा और वहां की जनता परेशानिया भुगतती रहेगी।
DGR विशेष
ग्राम पंचायत बांक मे पूर्व सरपंच सोहराब पटेल का आतंक, सचिव प्रहलाद और सोहराब पटेल की मिली भगत से चलती है पंचायत
- 28 Sep 2021