इंदौर । गर्मी अभी शुरू ही हुई है और नगर निगम अफसरों के दावे पानी मांगने लगे हैं। शहर में कई क्षेत्रों में जल संकट की स्थिति बन रही है और पानी सप्लाय के लिए नगर निगम में ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या भी बढऩे लगी है। पहले जहां निगम और ठेके के मिलाकर छोटे-बड़े 130 टैंकर चलते थे, वहीं अब इनकी संख्या 200 के आसपास पहुंच गई है।
शहर में नर्मदा के तीन तरण आ गया है। अब चौथा चरण का पानी लाने के लिए पिछले दिनों हुई मेयर-इन- कौसिंल की बैठक में संकल्प पारित हो गया है। नर्मदा का तीसरा चरण आने के बाद निगम जलप्रदाय विभाग के अफसरों ने दावा किया था कि शहर में न तो पानी की कमी होगी और न ही ठेके पर टैंकर चलाने की जरूरत पड़ेगी। यह दावा फेल हो गया। हर वर्ष गर्मी में ठेके पर टैंकर लगाकर जलापूर्ति करना पड़ती है।
बदलते मौसम के चलते धीरे-धीरे गर्मी बढऩे लगी है। इसके साथ ही निगम ने शहर में ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या बढ़ाना शुरू कर दिया गया है। पिछले महीने जहां निगम के 80 और ठेके के 50 मिलाकर 130 टैंकर चल रहे थे, वहीं अब ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या 70 और बढ़ गई है। इस तरह निगम और ठेके के मिलाकर टैंकरों की संख्या 200 के आसपास पहुंच गई हैं, जबकि गर्मी के तीखे तेवर दिखाना टैंकर लेकर पिछले अभी न टेंकर है? का रेट पर वार्षिक के लेकरबाकी है।
इधर, ठेके पर चलने वाले टैंकरों की संख्या अभी से बढऩे के सवाल पर वर्कशॉप विभाग के अफसरों का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में जलापूर्ती की समस्या है। इसके लिए प्रायवेट टैंकर चल रहे हैं। टैंकर लगाने को नए रेट तय करने को लेकर दिनों टेंडर जारी होने और आने के बावजूद ठेके पर किस हिसाब से चलाए जा रहे वर्कशॉप विभाग के अफसरों कहना है कि टैंकरों को पुराने लगाया जा रहा। नई दर के लिए जारी टैंकर टेंडर लोकसभा चुनाव को लगी आचार संहिता खत्म होने के बाद खुलेंगे। इसमें समय लगेगा। ऐसे में गर्मी में लोगों को पानी की किल्लत न झेलना पड़े। इसके लिए पुराने रेट पर ही टैंकर चलाए जा रहे हैं।
मालूम हो कि शहर में पानी की किल्लत दूर करने के लिए निगम टैंकर तो दौड़ाता है मगर लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत वहा पर होती है जहा पर नर्मदा नहीं और लोग बोरवेल के भरोसे रहते हैं। इतना ही नहीं कई वार्डो में पार्षदों का टैंकर पर कब्जा हो जाता है. जिनके हिसाब से पानी बंटता और आम जनता पानी मिलने का इंतजार ही करते रह जाते हैं। ऐसे में निगम की टंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था पर सवालिया निशान और जिम्मेदार अफसरों की कार्यशैली पर अंगुली उठती रहती है किंतु व्यवस्था नहीं सुधरती है। निगम ने पिछली गर्मी में 400 टेकर ठेके पर लगाए थे। अभी गर्मी पूरी तरह शुरू नहीं हुई और टैंकरों की संख्या 200 के आसपास पहुंच गई हैं।
इंदौर
गर्मी आते ही शहर में शुरु हुआ पानी के टैंकरों का दौर, - पिछली गर्मी में 400 टैंकर निगम ने चलाए थे
- 21 Mar 2024