Highlights

विविध क्षेत्र

हर महिला के लिए आदर्श बन गईं घरेलू हिंसा से पीड़ित नौजिशा

  • 17 Jun 2022

भारत में महिलाओं की स्थिति समय के साथ सुधर रही है लेकिन कई गृहणी महिलाओं को आज भी घरेलू हिंसा, पति की मारपीट, सांस-ससुर के ताने सुनने पड़ते हैं। महिलाओं की इस स्थिति के पीछे एक कारण उनकी कमजोरी या चुप्पी भी होती है। महिलाओं को अपने साथ हो रही ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। चेन्नई की पेट्रीसिया नारायण इसका एक उदाहरण हो सकती हैं, पति की मार से उनका सब्र टूटा और वह पति से अलग होकर अपने बच्चों के पालन पोषण के लिए ठेला लगाने लगीं। आज पेट्रीसिया करोड़ों की मालकिन हैं। लेकिन पेट्रीसिया अकेली ऐसी महिला नहीं हैं, जिन्होंने घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई, केरल की नौजिशा ने बात बात पर पति के थप्पड़ खाए लेकिन आज वह घरेलू हिंसा का शिकार महिलाओं के लिए एक उम्मीद बन गई हैं। घर के कामकाज में कोई गलती होने, दहेज या पति को खुश न कर पाने पर मार खाने वाली हर महिला को हताश होने से पहले नौजिशा की कहानी जरूर जान लेनी चाहिए।
कौन हैं केरल की नौजिशा
नौजिशा केरल की रहने वाली हैं। उन्होंने कंप्यूटर में परास्नातक की डिग्री हासिल की है। इसके बाद एक कॉलेज में बतौर गेस्ट लेक्चरर अपने करियर की शुरूआत की। उनका जीवन भी सामान्य लड़कियों जैसा था, जिस ने कई सपने देख रखे थे। हालांकि साल 2013 में उनकी शादी हो गई और नौजिशा की जिंदगी बदल गई। ये बदलाव नौजिशा के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं थे।
शादी के बाद पति की मार सहती रहीं 
नौजिशा शादी के बाद भी नौकरी करना चाहती थीं, शादी से पहले तो पति उनकी बात पर राजी थे लेकिन शादी के बाद उसने नौजिशा को घर पर रहने को ही कहा। नौजिशा ने पति की बात मान ली। लेकिन वक्त के साथ उन्हें महसूस होने लगा कि यह शादी उनके लिए किसी जंजीर से कम नहीं। पति बात बात पर उन्हें मारा करता। दाल में नमक कम तो पति हाथ उठा देता। पति के दूसरी महिला से संबंध की बात नौजिशा को पता चली तो सवाल करने पर उसे शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करता।
आत्महत्या करने वाली थीं
हालांकि नौजिशा के परिवार ने उनका साथ दिया और घर वापस आने को कहा लेकिन नौजिशा समाज के डर से पति के घर पर ही रही। तीन साल तक जेल नुमा शादी को झेलने के बाद नौजिशा की उम्मीद टूट चुकी थी। उन्होंने तो पति की प्रताड़ना और मार से तंग आकर आत्महत्या करने का भी सोचा था। लेकिन नौजिशा घर के सामने बने कुएं में कूदने की हिम्मत जुटाने के बजाए अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए साहस जुटाने लगीं।
तीन साल बाद पति से लिया तलाक
नौजिशा ने पति से अलग होने का ठान ली। शादी के तीन साल बाद 2016 में उन्होंने पति का घर छोड़ दिया। उस समय नौजिशा का एक साल की बेटा भी था। लेकिन नौजिशा ने बेटे को अपनी ताकत बनाई और अपने परिवार के पास वापस आ गईं। परिवार ने भी उनका साथ दिया और नौजिशा का तलाक कराया।
केरल पुलिस में मिला नौकरी
तलाक के बाद नौजिशा ने अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला लिया और दोबारा लेक्चरर की नौकरी शुरू की। इसके अलावा वह प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी करती रहीं। उन्हें सफलता भी मिली। नौजिशा ने केरल पुलिस स्पेशल रिक्रूटमेंट 2021 की परीक्षा पास और सिविल पुलिस फोर्स में शामिल हो गईं। आज नौजिशा केरल पुलिस में कार्यरत हैं और अपनी जैसी महिलाओं और बच्चों के लिए हिम्मत और साहस का उदाहरण बन गई हैं।
साभार अमर उजाला