इंदौर। शहर की चोइथराम फल और सब्जी मंडी में कोविड से बचाव की वैक्सीन लगाकर नहीं आने वाले व्यापारियों, आढि़तयों और हम्मालों को रोका जा रहा है। शनिवार से यह व्यवस्था शुरू की गई है और सोमवार के बाद मंगलवार को भी इसमें सख्ती बरती गई। वैक्सीन लगाने का प्रमाण-पत्र न दिखाने वाले व्यापारियों को मंडी में प्रवेश नहीं करने दिया गया और उनको वापस लौटा दिया गया।
साथ ही आलू-प्याज मंडी में अनुमति-पत्र देखकर ही प्रवेश दिया जा रहा है। सोमवार को तहसीलदार संजय गर्ग और मंडी प्रभारी प्रदीप जोशी ने सुबह 5 बजे से ही यहां निगरानी शुरू कर दी थी। वहीं मंडी के प्रवेश-द्वार पर सुरक्षा कर्मचारियों को भी हिदायत दी गई थी कि ऐसे लोगों को मंडी में आने से हर हाल में रोका जाए जो वैक्सीन लगाकर नहीं आए हैं। मंडी अधिकारियों ने बताया कि मंडी में खेरची व्यापार के लिए आने वाले दुकानदारों को भी रोका जा रहा है। मंगलवार की सुबह भी यह व्यवस्था चालू रही।
मालूम हो कि टीकाकरण महाअभियान के तहत 30 जून तक इंदौर में हर दिन एक-एक लाख डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन भोपाल से टीके उपलब्ध नहीं होने के कारण इंदौर में टीकाकरण की रफ्तार धीमी हो रही है। सोमवार को भी शहर में सिर्फ 7 हजार 504 डोज लगाई गई। अगले एक सप्ताह में भी इंदौर में सिर्फ गुरुवार को 80 हजार टीके की डोज लगेगी वही शनिवार को 25 हजार कोवैक्सीन की डोज लगेगी। आगामी रविवार गुरुवार व शनिवार को छोड़कर अन्य दिनों में टीकाकरण नहीं किया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग की एएनएम नवजात बच्चों को ही टीका लगाएगी।
इंदौर
चोइथराम मंडी में बिना वैक्सीनेशन आने वाले व्यापारियों को लौटाया, अनुमति-पत्र देखकर मिल रहा प्रवेश
- 29 Jun 2021