नई दिल्ली। भारत अगले सोमवार से एक बार फिर अपनी इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) सुविधा शुरू करने वाला है। इसके जरिए दुनियाभर से पर्यटकों को बिना किसी परेशानी के भारत आने में सहूलियत मिलेगी। हालांकि, भारत ने इस सुविधा को चीन के नागरिकों को नहीं देने का फैसला किया है। इतना ही नहीं कनाडा-ब्रिटेन समेत कई और देशों को भी यह सुविधा नहीं देने का फैसला किया गया है।
कौन-कौन से देशों से छिनी ई-वीजा फैसिलिटी?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने फिलहाल 156 देशों के लिए ई-वीजा सुविधा फिर शुरू करने का फैसला किया है। जिन देशों को यह सुविधा मिलेगी, उनमें अमेरिका, वियतनाम, सिंगापुर, ताईवान के अलावा 152 अन्य देश शामिल होंगे। लेकिन जिन देश के नागरिकों को ई-वीजा नहीं मिलेगा, उनमें चीन, कनाडा, ब्रिटेन, ईरान, मलेशिया, इंडोनेशिया और सऊदी अरब शामिल हैं। चीन के अंतर्गत आने वाले हॉन्गकॉन्ग और मकाऊ के लोगों को भी ई-वीजा की सुविधा नहीं दी जाएगी, लेकिन चीन से अलग स्वायत्त ताईवान के लोगों के लिए भारत ने यह सुविधा शुरू करने का फैसला किया है।
माना जा रहा है कि यह सीधे तौर पर चीन को भारत के बदलते रुख का संदेश है। दरअसल, चीन लगातार भारत के साथ आक्रामक रवैया अपना रहा है। लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीनी सेना घुसपैठ की कोशिशों में जुटी हैं। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी बीजिंग की तरफ से भारत का विरोध जारी है। हाल ही में भारत की तरफ से अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक से भी चीन ने दूरी बना ली।
ई-वीजा न जारी करने का भारत का यह फैसला क्यों?
गौरतलब है कि भारत की ई-वीजा सुविधा पहले 171 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध थी। इसमें चीन भी शामिल रहा। लेकिन कोरोनावायरस के बाद से लगे यात्रा प्रतिबंधों के बाद कई देशों ने भारतीय नागरिकों के लिए या तो अपने दरवाजे नहीं खोले हैं या प्रक्रिया को काफी कठिन बना दिया है। ऐसे में भारत ने भी अब जवाबी कार्रवाई के तहत कई देशों को ई-वीजा न जारी करने का कदम उठा लिया है।
साभार - अमर उजाला