चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस से जुड़े सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वुहान में सार्वजनिक वाहनों की सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. चीन के अलावा अमेरिका, मकाउ, उत्तर कोरिया, जापान और थाईलैंड में संक्रमण के मामले सामने आए हैं.
चीन के स्वास्थ्य आयोग ने गुरुवार सुबह बताया कि अभी कोरोना वायरस के 571 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और चीन में अभी तक इससे करीब 17 लोगों की जान गई है. इनमें अधिकतर मामले वुहान और उसके आसपास के इलाके के हैं.आयोग ने बताया कि शंघाई में इसके सात नए मामले सामने आए हैं.
इसके संक्रमण के कारण बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं.
इसके कहर को देखते हुए चीन के वुहान में विमान सेवाओं सहित सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा विएना में बुधवार को हुई आपातकालीन बैठक गुरुवार को भी होगी.
इसमें इस संक्रमण को अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली जन स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार किया जा रहा है, जैसा कि स्वाइन फ्लू और इबोला के समय किया था.
चीन में कहर बरपा रहा नए तरह के कोरोना वायरस के सांपों के जरिये मनुष्यों तक फैलने की संभावना है. चीन में पेकिंग यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंस सेंटर की वेइ जी. समेत शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीज थोक बाजार में वन्यजीवों के संपर्क में आए होंगे जहां सीफूड, मुर्गियां, सांप, चमगादड़ और पालतू मवेशी बिकते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वायरस को 2019-एनकोवी नाम दिया है.यह अध्ययन पत्रिका मेडिकल वाइरोलॉजी में प्रकाशित हुआ है. इस अध्ययन में वायरस से हाल ही में फैले निमोनिया की उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी गई है. यह वायरस चीन के वुहान शहर में दिसंबर 2019 में फैलना शुरू हुआ और अब हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड तथा जापान तक फैल गया है.
2019-एनकोवी का विस्तृत आनुवांशिक विश्लेषण करके और इसकी विभिन्न भौगोलिक स्थानों के अलग-अलग कोरोना वायरस से तुलना करके अध्ययन में यह पाया गया कि यह नया वायरस चमगादड़ों में कोवी के मेल से पैदा हुआ है और अन्य की उत्पत्ति अज्ञात है.शोधकर्ताओं ने और विश्लेषण करने पर पाया कि 2019-एनकोवी के मनुष्यों तक फैलने से पहले सांपों में रहने की संभावना है.शोधकर्ताओं ने कहा, ‘हमारे शोध में पता चला कि 2019-एनकोवी के लिए सबसे संभावित वन्यजीव सांप है.’
इस बीच वुहान शहर में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र हालात पर नजर रखे हुए हैं, यहां करीब 700 भारतीय रहते हैं जिनमें अधिकतर छात्र हैं.इनमें से 500 से अधिक भारतीय छात्र चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे हैं, वहीं अन्य पीएचडी और भाषा संबंधी पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं.भारत पहले ही चीन की यात्रा पर जाने वाले लोगों को चेतावनी जारी कर चुका है. छात्रों को शहर छोड़ने के बारे में फैसला करने के लिए भारतीय दूतावास के संदेश का इंतजार है.