वाशिंगटन। चीन और अमेरिका के बीच इन दिनों मानो कई मुद्दों को लेकर शीतयुद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। दोनों देश एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूकते। अब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने चीन के राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग ने जी-20, कॉप26 में शामिल न होकर एक बड़ी गलती की है।
बाइडन ने रूस और चीन के जी-20, कॉप26 में शामिल न होने पर कहा कि मुझे लगता है कि यह एक बड़ी गलती हो गई है। दुनिया चीन की ओर देखेगी और कहेगी कि उन्होंने क्या मूल्य वर्धित किया। उन्होंने यहां सीओपी में दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करने की क्षमता खो दी है। उसी तरह मैं रूस के संबंध में तर्क दूंगा।
20 माह से चीन के बाहर नहीं निकले जिनपिंग, सत्ता खोने का डर भी वजह
रोम में जी-20 देशों की बैठक और ग्लासगो में जलवायु वार्ता में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हिस्सा नहीं लिया। बीते 20 महीने से जिनपिंग ने चीन के बाहर कदम नहीं रखा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से आज तक आमने-सामने मुलाकात नहीं की है। चीन सरकार ने खुद तो नहीं कहा, लेकिन कुछ जानकार इसकी वजह कोरोना महामारी बता रहे हैं। खबर यह भी है कि जिनपिंग देश की सत्ता पर नियंत्रण बचाने में जुटे हैं।
अगले साल चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस है। यहां जिनपिंग पांच और साल के लिए खुद को चीन का लीडर बरकरार रख सकते हैं। इसके लिए वह अभी से अंदरूनी राजनीति साध रहे हैं। चीन पर अध्ययनरत रोडियम समूह के नोआ बर्किन इसे ‘बंकर मानसिकता’ का उदाहरण बताते हैं।
साभार अमर उजाला