इंदौर। इंदौर में चार दिवसीय छठ महोत्सव की शुरूआत सोमवार 8 नवंबर को नहाय खाय से होगी। चार दिन अलग-अलग आयोजन पूर्वांचल के लोगों द्वारा किए जाएंगे। मंगलवार को खरना तो छठ महापर्व का मुख्य आयोजन बुधवार को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को होगा। व्रती महिलाएं और पुरुष अस्ताचलगामी सूर्य देव को अघ्र्य देंगे। समापन गुरुवार को श्रद्धालुओं द्वारा उदीयमान सूर्य को अघ्र्य देने के बाद होगा।
पिछले साल कोरोना महामारी के कारण शहर में रह रहे पूर्वांचल के लोगों ने अपने-अपने घरों के परिसर में कृत्रिम जलकुंड बनाकर सूर्यदेव को अघ्र्य दिया था, लेकिन इस साल कोरोना की स्थिति में सुधार को देखते हुए शहर के 25 से ज्यादा छठ पूजा आयोजन समितियों ने पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मप्र के नेतृत्व में जिला प्रशासन से सार्वजनिक रूप से प्राकृतिक एवं कृत्रिम घाटों पर छठ महापर्व मनाने की अनुमति मांगी थी।
संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव केके झा के मुताबिक प्रशासन ने सशर्त सार्वजनिक घाटों पर छठ महापर्व मनाने की अनुमति दी है। प्रशासन ने छठ पूजा समितियों से कहा है कि छठ महापर्व मनाते वक्त समिति यह सुनिश्चित करे कि घाटों पर ज्यादा भीड़ एकत्रित न हो। श्रद्धालुओं द्वारा यथासंभव कोरोना नियमों का पालन किया जाए। संस्थान ने छठ पूजा आयोजन समितियों द्वारा शहरभर के छठ पूजा आयोजन समितियों को सार्वजनिक घाटों पर छठ महापर्व मनाते समय प्रशासन के आदेशानुसार कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन करने को कहा है।
प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद छठ पूजा आयोजन समितियों ने शहर के सभी सार्वजनिक एवं निजी घाटों, तालाबों की साफ-सफाई शुरू कर दी है, ताकि 8 नवंबर से शुरू होने वाले पर्व को उत्साह के साथ मनाया जा सके। गौरतलब है कि शहर और आसपास के क्षेत्रों में हर साल 80 से ज्यादा जगह पर छठ पूजा का आयोजन होता है। शहर में मुख्य आयोजन स्कीम नंबर 54, 78, बाणगंगा, सुखलिया, श्याम नगर, तुलसी नगर, पिपलियाहाना तालाब, कैट रोड, कालानी नगर, एरोड्रम रोड, सिलिकॉन सिटी, देवास नाका, निपानिया, राऊ, पीथमपुर आदि जगह किया जाता हैं।
इंदौर
छठ महोत्सव -प्रशासन ने घाटों पर पूजा की सशर्त अनुमति दी, भीड़ नहीं लगाने की अपील
- 08 Nov 2021