नई दिल्ली। शनिवार की सुबह को जी20 समिट का आगाज हो चुका है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष के भी यहां पहुंचने की शुरूआत हो चुकी है। इन सभी को पीएम मोदी रिसीव कर रहे हैं। ढट मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का गले लगाकर स्वागत किया।
वहीं, बाइडेन को भारत मंडपम में बने कोणार्क चक्र के बारे में जानकारी दी। शिखर सम्मेलन की शुरूआत फोटो सेशन के साथ होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी वेलकम स्पीच देंगे।समिट में शामिल होने के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आज सुबह भारत पहुंचे हैं। वहीं, कल देर शाम भारत आए अमेरिकी प्रेसिडेंट बाइडेन एयरपोर्ट से सीधे मोदी से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे।
ये राष्ट्राध्यक्ष नहीं आए
जी 20 की इस बेहद अहम समिट में कुछ अहम देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल नहीं हो रहे हैं। इनमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन शामिल हैं। इसके अलावा स्पेन के सांचेज भी इस समिट में शामिल नहीं हो सकेंगे। उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर दोनों पक्षों में सहमति पर सस्पेंस
पिछले जी-20 समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। तब रूस और चीन ने अपने आप को युद्ध के बारे में की गई टिप्पणियों से अलग कर लिया था। एजेंसी के मुताबिक यही चुनौती फिलहाल भारत के सामने भी है। न्यूज एजेंसी कि रिपोर्ट्स के मुताबिक घोषणा पत्र में यूक्रेन जंग को लेकर अभी तक कोई आम सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, जी-20 के घोषणा पत्र में भारत के मुख्य मुद्दों को शामिल किया जा रहा है। कर्ज में फंसे देशों की मदद के लिए जी-20 देश 5% योगदान देने पर सहमति दे सकते हैं। जी-20 की पिछली बैठक में इन देशों ने इस बारे में 3900 से अधिक प्रतिबद्धताएं की थीं, उनमें से लगभग 67% ही पूरी हो पाईं। आर्थिक अपराधियों को एक दूसरे के सुपुर्द करने पर भी सहमति होती दिख रही है। कानूनी दस्तावेज को अंतिम रूप देंगे।
दिल्ली
जी-20 का आगाज, ...मोदी ने सुनक को गले लगाया, बाइडेन को कोणार्क चक्र के बारे में बताया

- 09 Sep 2023