इंदौर। इंदौर के नेमावर रोड चौराहे से खुडैल तक की सड़क जानलेवा बन गई है। दुपहिया व कारें रोजाना सड़क किनारे कीचड़ में फंसती है। इंदौर नागपुर हाइवे को सुधारने की जिम्मेदारी जिन लोकनिर्माण विभाग अधिकारियों पर है वे कभी इधर झांकते भी नहीं है।
कहने को नागपुर से नेमावर होकर इंदौर तक व इंदौर से अहमदाबाद रोड राष्ट्रीय राजमार्ग है लेकिन इसको नागपुर से इंदौर तक खतरनाक हालत में छोड़ रखा है। सुमित्रा महाजन के सांसद व लोकसभा अध्यक्ष बनने पर इस राष्ट्रीय राजमार्ग की सुध ली गई थी लेकिन बाद में फिर इसे उपेक्षित छोड़ दिया गया। कहने को नितिन गडकरी भूतल परिवहन मंत्री हैं। नागपुर के हैं लेकिन वे भी नागपुर इंदौर रोड की सुध नहीं ले रहे हैं। इंदौर नागपुर रोड आगे चलकर आंध्रप्रदेश व तमिलनाडू केरल तक को जोड़ता है। इंदौर से कोलकाता के लिए भी इसी सड़क को उपयोगी बनाया जा सकता है। इंदौर मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी है। पीथमपुर, धार, देवास, मक्सी के औद्योगिक इलाकों में बनने वाले सामान को दक्षिण व दक्ष्ज्ञिण पूर्व तक भेजने में इंदौर नागपुर रोड उपयोगी साबित हो सकता है। गुजरात का औद्योगिक उत्पादन दक्षिण भारत तक भेजने के लिए भी यही मार्ग उपयोगी हे। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय से इंदौर, नागपुर, देवास, छिंदवाडा के सांसद व विधायक पहल करें तो इंदौर नागपुर रोड की बदहाली दूर हो सकती है। इंदौर शहर सीमा से चालीस किलोमीटर तक तो इस रोड को चैड़ा करना व सड़क के किनारों को ठीक करना पहली जरूरत है।
इंदौर
जानलेवा बन गया है नेमावर नागपुर रोड, नागपुर इंदौर को आंध्र प्रदेश तक जोड़ती है यह सड़क
- 05 Aug 2021