इंदौर। अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के वर्तमान 15वें आचार्य जगद्गुरु रामदयाल महाराज को आत्मनिर्भर साधना चातुर्मास समिति, रामद्वारा क्षत्रीबाग ट्रस्ट मंडल एवं सैकड़ों श्रद्धालु ने छत्रीबाग रामद्वारे से भावभीनी विदाई दी। विदाई की इस बेला में श्रद्धालु भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू छलकने लगे। सभी ने जगद्गुरु स्वामी रामदयाल महाराज से प्रार्थना करी की दीपावली पर आप पुन: इंदौर पधारे। आचार्य श्री ने भी इस विशेष आग्रह को स्वीकार कर स्वीकृति प्रदान की।
समिति के मुकेश कचोलिया एवं हेमंत काकानी ने बताया कि 4 महीने के इस ऐतिहासिक सफल चातुर्मास में चार माह लगातार रोजाना आचार्य श्री ने भक्तजनों को दर्शन एवं प्रवचन का लाभ दिया। अपने आशीर्वचन में आचार्य श्री ने कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है यह बात आत्मनिर्भर साधना चातुर्मास सेवा समिति के सदस्यों ने साबित की है, क्योंकि व्यक्तिगत स्वार्थ एवं अहंकार किसी भी कार्यक्रम, संस्था और समाज के लिए सदैव हानिकारक ही रहता है। चार माह का लंबा अंतराल चातुर्मास का जिसमें प्रतिदिन कुछ ना कुछ आयोजन होते रहे हैं उसका समापन तक निर्विघ्न सफल संचालन आसान काम नहीं है। टीम वर्क एवं आपसी समझ बुझ अति आवश्यक है और यही सफलता का मूल मंत्र भी है, यही बात परिवार एवं राष्ट्र के लिए लागू होती है। आचार्य श्री ने कहा कि इंदौर शुरू से ही एक धार्मिक नगरी रही है और मैं इंदौर की चहुंमुखी प्रगति एवं यहां की जनता के मंगल भविष्य की कामना करता हूं। इतना प्रेम और आत्मीयता जो आप लोगों ने मुझे दी है उसके लिए मैं सदैव ऋणी रहूंगा।
इंदौर
जगद्गुरु रामदयाल महाराज को दी विदाई, भक्तों की आंखों से छलके आसू, दीपावली इंदौर में मनाने के लिए शहरवासियों ने ली स्वीकृति
- 27 Oct 2023