जबलपुर। जबलपुर एसटीएफ ने फर्जी खसरे पर लाखों रुपए केसीसी लोन लेकर बैंक को चपत लगाने वाले महिला आरोपी की गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम घोषित किया है। महिला ने बैंक में अपना पता गाडरवारा नरसिंहपुर भी झूठा दर्ज कराया था। एसटीएफ पते पर तलाश करते हुए पहुंची तो महिला नहीं मिली। इस फर्जीवाड़े में दो प्रशासनिक अधिकारी सहित 11 आरोपी थे। 10 गिरफ्तार हो चुके हैं। एसटीएफ डीएसपी ललित कुमार कश्यप ने बताया कि 2017 में ये प्रकरण भोपाल में दर्ज हुआ था। दरअसल गाडरवारा में वर्ष 2009-2010 में लैंड रिकार्ड का कंप्यूटराइजेशन हुआ। उस दौरान तहसीलदारों की मिलीभगत से कुछ लोगों ने फेक खसरा नंबर चढ़वा दिया। बाद में इसी फेक खसरा नंबर के आधार पर आईसीआईसीआई बैंक और सेंट्रल बैंक से केसीसी लोन निकलवाया। ये रकम 80 लाख रुपए थी। जब केसीसी लोन नहीं जमा हुआ तो बैंक सक्रिय हुआ। खसरा नंबर के आधार पर जमीन पर कब्जा करने बैंक वाले पहुंचे तो पता चला कि उक्त खसरा नंबर की कहीं जमीन ही नहीं है। फिर बैंक की ओर से एसटीएफ में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
11 लोगों के खिलाफ एसटीएफ ने दर्ज किया था मामला
इस मामले में भोपाल एसटीएफ ने तत्कालीन तहसीलदार वीरेंद्र कुमार कर्ण और भुवन गुप्ता समेत गाडरवारा क्षेत्र के नौ हितग्राहियों मायाबाई गुर्जर, नन्हेलाल गुर्जर, किशोर सिंह गुर्जर, भैया जी गुर्जर, सकुनबाई लोधी, श्यामलाल लोधी, सावित्री बाई गुप्ता, विनोद कुमार गुर्जर, और एक अन्य माया बाई गुर्जर के खिलाफ साजिश रचने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। प्रकरण की जांच जबलपुर एसटीएफ को ट्रांसफर की गई थी।
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जबलपुर एसटीएफ की वांटेड बनी महिला
- 31 Jul 2021