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इंदौर

जल्दी ही होगी अतिखतरनाक मकानों पर कार्रवाई

  • 12 Jul 2021

इंदौर। नगर निगम शहर के अतिखतरनाक मकानों पर अब वाटर प्लस सर्वे के बाद कार्रवाई शुरू करेेगा। फिलहाल सर्वे टीम शहर में है और नगर निगम के ज्यादातर अधिकारी उसी तैयारियों में लगे हैं। निगम ने इस साल खतरनाक और अतिखतरनाक मकानों की सूची अपडेट करने का काम भी पूरा कर लिया है।
निगम की सूची के मुताबिक शहर में 164 खतरनाक श्रेणी के मकान हैं, जिनमें 27 मकान अतिखतरनाक श्रेणी के हैं। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने अधिकारियों को अतिखतरनाक श्रेणी के मकान प्राथमिकता के आधार पर तोडऩे के निर्देश दिए हैं। सर्वाधिक खतरनाक मकान शहर के मध्य क्षेत्र में ही हैं। तेज बारिश के दौरान हर साल जर्जर मकान गिरते हैं, जिनसे जान-माल को नुकसान का खतरा बना रहता है। निगम ने सभी 19 जोन के बिल्डिंग आफिसर (बीओ) और बिल्डिंग इंस्पेक्टर (बीआइ) की मदद से हर क्षेत्र का सर्वे पूरा कराया है।
निगमायुक्त ने बताया कि अगले तीन-चार दिन तक वाटर प्लस सर्वे टीम के शहर में रहने की संभावना है। अब अतिखतरनाक मकानों को तोडऩे की कार्रवाई सर्वे टीम जाने के बाद ही होगी। इसके लिए जिला और पुलिस प्रशासन से समन्वय भी करना होगा। जो मकान विवादित हैं या जिनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है, उन पर नगर निगम प्रकरण निराकृत होने तक कोई कार्रवाई नहीं करेगा। पुरानी बसाहट के कारण शहर के मध्य क्षेत्र में ही सर्वाधिक जर्जर मकान हैं।
नोटिस देने की प्रक्रिया पूरी
निगमायुक्त ने बताया कि जिन अतिखतरनाक मकानों को प्राथमिकता के आधार पर तोड़ा जाना है, उन्हें बीओ-बीआइ के माध्यम से नोटिस देकर स्वेच्छा से मकान हटाने को कहा जा चुका है। दो मकान मालिकों ने खुद निजी मजदूर लगाकर मकान तुड़वाने का काम शुरू कर दिया है। जो लोग निगम के नोटिस के बावजूद जर्जर मकान नहीं हटाएंगे, उन्हें निगम अपना रिमूवल अमला लगाकर तोड़ेगा।