इंदौर। कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद से ही शहर में ट्रैफिक को लेकर पुलिस की सख्ती नजर आ रही है और नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बावजूद इसके कुछ वाहन चालक सुधरने को तैयार नहीं है और नियम तोड़ते हैं। ऐसे वाहन चालकों पर रोजाना कार्रवाई की जा रही है। एक दिन में करीब 500 चालानी कार्रवाई हो रही है।
ट्रैफिक पुलिस के न होने पर रेड सिग्नल क्रॉस कर रहे हैं तो ये न समझें कि आपका चालान नहीं बनेगा। चौराहों पर लगी पुलिस की तीसरी आंख लगातार आपको देख रही है । रेड सिग्नल का उल्लंघन करने पर आपका चालान भी बन जाएगा। यातायात पुलिस द्वारा कुछ ऐसे चौराहों को चिन्हित किया गया जहां पर या ताज का अधिक दबाव होता है और सुबह सुबह आने वाली इंदौर से बाहर की बसों के कारण इन चौराहों पर कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। इस कारण से यहां पर सुबह 6 बजे से ही रेड सिग्नल की शुरुआत की जाती है। ट्रैफिक पुलिस तीन महीने में 24 हजार से ज्यादा चालान बना चुकी है। इनसे 1.28 करोड़ रुपए वसूले गए हैं।
डीसीपी ट्रैफिक महेश चंद्र जैन के अनुसार शहर में रोजाना विभाग द्वारा 450 से 500 के करीब अलग-अलग यातायात नियमों के उल्लंघन के चालान बनाए जा रहे हैं जहां पर कई लोगों को समझाइश भी दी जा रही है।लेकिन इसके बावजूद भी जो लगातार गलती कर रहे हैं उनके पुराने चलाने को भी एक साथ जमा कराया जा रहा है। यातायात विभाग द्वारा जिस भी दो पहिया चार पहिया वाहन का चालान बनाया जा रहा है। उनके पुराने चैनलों को भी तुरंत चेक किया जा रहा है, क्योंकि अमूमन देखा गया है, कि यातायत विभाग जो चालान पहले डाक द्वारा घर पर पहुंचा रहा था उसे कई लोग समय पर नहीं भरते हैं। इस कारण से अब चौराहे पर जब आपकी गाड़ी रूकती है तो पुराने चरणों का भी हिसाब विभाग द्वारा कर दिया जाता है।
लगातार उल्लंघन पर गाड़ी नंबर कर रहे सार्वजनिक
यातायत विभाग द्वारा इंदौर में अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहले तो चौराहों पर रोक पर समझाइश दी जा रही थी। लेकिन विभाग द्वारा अब उनकी गाडिय़ों के नंबर को होर्डिंग पर लिखकर सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जा रहा है। जिस कारण से व्यक्ति को अपनी गलती का एहसास हो। वह आने वाले समय में ऐसी गलती ना करें शहर के पूरब और पश्चिम इलाके में आठ से नौ अलग-अलग जगह पर होर्डिंग को लगाया जाता है।
अब नगद का बहाना नहीं -
यातायात पुलिस के सामने अब नगद पैसा नहीं होने का बहाना भी बेअसर हो जाएगा। ट्रैफिक पुलिस जल्द पीओएस मशीन लेकर राहगिरों से चालान वसूलेगी। इस मशीन से डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी हाथों-हाथ भुगतान किया जा सकेगा। अभी आमतौर पर राहगीर कम पैसा होने पर और कार्ड से पेमेंट करने की बात करते हैं। ऐसे में पीओएस मशीन दोनों के लिए मददगार साबित होगी। ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले राहगीर भी बहाना नहीं बना सकेंगे।
जुर्माने का ऑनलाइन पेमेंट
जल्दी ही ट्रैफिक पुलिस को पीओएस मशीन मिल जाएगी। बैंकों से मध्यप्रदेश पुलिस पीओएस मशीन ले रही है। इसके जरिये जुर्माने का ऑनलाइन पेमेंट हो जाएगा। इस मशीन के जरिये पेमेंट करने पर हजार रुपए पर 21 रुपए तक ऑनलाइन पेमेंट टै?स और पांच फीसद जीएसटी भी चुकाना होगा। पुलिस का बैंकों से एमओयू हो गया है। जरूरत के मुताबिक पीओएस मशीन प्रदेश के हर जिले में पहुंचाई जाएगी। भोपाल को जहां मशीन मिल गई है, वहीं इंदौर को भी जल्दी ही मशीन मिलने वाली है। ट्रैफिक पुलिस नियम तोडऩे वाले का फोटो खींचेगी और गाड़ी का रजिस्टर्ड नंबर पीओएस मशीन में डालेगी। तुरंत जुर्माने की राशि डिस्प्ले पर आ जाएगी। पेमेंट के तीन ऑप्शन में से एक को चुनकर जुर्माना भरा जा सकेगा। इ-चालान के लिए भारतीय स्टेट बैंक, एनआईसी और पीटीआरआई के बीच एमओयू हुआ है। बैंक ने 1800 मशीन दी है, जिसमें 100 भोपाल पुलिस को मिल गई हैं।अभी रसीद कट्टे से चालानी कार्रवाई होने के कारण पुलिस पर सवाल खड़े होते रहते हैं। कई बार तो रसीद कट्टे फर्जी होने के आरोप भी लगे हैं। जांच भी बैठी है। इसे देखते हुए इ-चालान की शुरुआत की जा रही है। कार्ड से पेमेंट- पीओएस मशीन पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से जुर्माना भरा जा सकेगा। नकद भी चलेगा।
इंदौर
ट्रैफिक पुलिस की सख्ती, लेकिन फिर भी नहीं मान रहे ... शहर में रोजाना हो रही 500 पर चालानी कार्रवाई
- 29 Apr 2022