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मुरैना

डॉक्टरों ने रुई की जगह बांधा कंडोम का पैकेट

  • 19 Aug 2022

डॉक्टरों की घोर लापरवाही उजागर, जिला चिकित्सालय में खुली पोल
मुरैना। मुरैना के पोरसा सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के डॉक्टरों व ड्रेसरों की घोर लापरवाही सामने आई है। उन्होंने एक बुजुर्ग महिला की मल्लम पट्?टी करते समय रुई की जगह कंडोम का पैकेट बांध दिया और उसे मुरैना जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया। मुरैना जिला चिकित्सालय के ड्रेसिंग रुम में जब डॉक्टरों ने पट्?टी खोली तो उसमें कंडोम का पैकेट चिपका मिला। इस घटना के बाद अब पोरसा सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के डॉक्टर व ड्रेसरों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठ खड़ा हुआ है। बता दें, कि पोरसा के धर्मगढ़ गांव निवासी बुजुर्ग महिला के सिर पर सोते समय मकान की ईंट गिर गई थी। ईंट गिरने से उसके सिर में खून बहने लगा। उसके परिजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र पोरसा पहुंचे जहां वहां के डॉक्टर व ड्रेसरों ने महिला के सिर में घाव वाली जगह पर रुई न बांधते हुए निरोध(कंडोम) का खाली पैकेट बांधकर उसे जिला चिकित्सालय मुरैना रैफर कर दिया। मुरैना जिला चिकित्सालय के ड्रेसिंग रुम में जब डॉक्टरों व ड्रेसरों ने महिला के सिर की पट्?टी खोली तो उसमें रुई की जगह कंडोम का खाली पैकेट बंधा मिला। कंडोम का पैकेट चिपका होने पर डॉक्टरों को इस घोर लापरवाही पर बड़ी हैरानी हुई।
टांके लगाए महिला के सिर पर
मुरैना जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने महिला की कंडोम वाली पट्?टी खोलकर उसे साफ किया और उसमें टांके लगाए, तब कहीं जाकर महिला के सिर से खून का रिसाव बंद हुआ।
लाखों रुपए का बजट
मुरैना के अंबाह-पोरसा, सबलगढ़-कैलारस व जौरा के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों के लिए स्वास्थय विभाग द्वारा हर माह लाखों रुपए का बजट भेजा जाता है। उसके बावजूद यह हालत है कि रुई की जगह कंडोम का खाली पैकेट पट्?टी में बांधा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह बजट सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के प्रभारियों की जेब में जा रहा है।
कई मरीजों की ब्लीडिंग की वजह से हो चुकी मौत
बता दें, कि अंबाह-पोरसा, सबलगढ़, कैलारस व जोरा के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों पर मरीजों की मल्लम पट्?टी नहीं की जाती है। यहां आने वाले अधिकांश मरीजों को जिला चिकित्सालय मुरैना रैफर कर दिया जाता है। लोगों ने बताया कि कई बार ऐसा हुआ है कि गंभीर मरीज की सही से पट्?टी नहीं की जाती है जिससे मुरैना जिला अस्पताल आते-आते सिर से खून का रिसाव चालू रहता है और मरीज दम तोड़ देता है।
अधिकांश मरीजों को मुरैना करते रैफर
अंबाह-पोरसा, जौरा, कैलारस व सबलगढ़ के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों पर जो मरीज आते हैं, उनमें से अधिकांश मरीजों को मुरैना जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया जाता है। जिससे मुरैना जिला चिकित्सालय में मरीजों का दवाब पड़ रहा है। जबकि इन सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों को विभाग द्वारा भरपूर बजट दिया जा रहा है।